भोपाल, दिसम्बर 2014/ उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा है कि निजी विश्वविद्यालय केवल युवाओं को डिग्री देने का कार्य नहीं करे। विश्वविद्यालय युवाओं को देश और समाज के प्रति जवाबदारी का बोध करवाते हुए नैतिक शिक्षा भी दें। श्री गुप्ता ने मध्यप्रदेश निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के आवासीय परिसर के भूमि-पूजन और शिलान्यास के अवसर बोल रहे थे। यह परिसर शासकीय उच्च शिक्षा उत्कृष्टता संस्थान परिसर में प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश देश के सभी प्रांत से सीधे जुड़े होने से शिक्षा हब के रूप में स्थापित हो रहा है। निजी विश्वविद्यालय विभिन्न नियामक परिषदों/निकायों और सरकार के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिये विनियामक आयोग की स्थापना की गई है। आयोग को सरकार हर-संभव मदद मुहैया करवायेगी।
आयोग के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश में 12 निजी विश्वविद्यालय स्थापित और संचालित हो रहे हैं। तीन विश्वविद्यालय के अध्यादेश जारी होने को हैं। देश के कई नामी शिक्षण संस्थानों ने मध्यप्रदेश में निजी विश्वविद्यालय स्थापित करने के लिये आवेदन दिये हैं। निजी संस्थाओं की भागीदारी से लगभग 3000 करोड़ का निवेश और बहुतायत में रोजगार उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश का नाम देश ही नहीं, विदेशों में भी अग्रणी होगा।
समारोह में निजी विश्वविद्यालय एवं शासकीय विश्वविद्यालय के कुलपति और कुल सचिव सहित महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं प्राध्यापक मौजूद थे।