भोपाल, मार्च 2015/ मौसम नित्-नये रूप ले रहा है। मौसम में बदलाव जारी है। वैक्टर जनित रोग एवं मौसमी बीमारियों के बढ़ने की आशंका को देखते हुये बीमारियों से बचाव हेतु जरूरी एहतियात बरतते हुये लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी है। मौसमी बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिये जरूरी औषधियों के उपलब्धता के साथ उपचार एवं रोकथाम के लिये सतत् निगरानी रखी जा रही है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने एडवाईजरी जारी करते हुये समस्त नागरिकों से अपील करते हुये कहा कि जरा सी सावधानी और जागरूकता रखकर हम सब मिलकर मच्छरों को पनपने से रोके और मलेरिया एवं डेंगू से बचें। दूषित जल से होने वाली बीमारियों यथा हैजा, दस्त, उल्टी, आंत्र शोध से बचाव के लिये साफ उबला हुआ पानी का ही इस्तेमाल करें।
अपने घर के आसपास और घर में रखे पानी के बर्तनों, टायरों, डिब्बों आदि जिसमें पानी भरा हो उसका पानी निकाल कर उसे सुखा लें। कूलर की पुरानी जाली और खस को जला दें ताकि उसमें पल रहे मच्छर के लार्वा को नष्ट किया जा सके । बरसात के रूके पानी में मच्छर के लार्वा पनपने के अवसर बढ़ जाते है जो मलेरिया एवं डेंगू का कारण बनते है।