भोपाल, अगस्त 2015/ मध्यप्रदेश में स्थापित होने वाले विश्व के सबसे बड़ी 750 मेगावाट क्षमता की सोलर पावर प्लांट परियोजना को रीवा जिले में स्थापित करने के लिए समय-सारणी तय की गई है। यह निर्णय आज परियोजना के लिए गठित संयुक्त कम्पनी के संचालक मंडल की पहली बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता ऊर्जा विकास निगम के एम.डी. मनु श्रीवास्तव ने की। परियोजना को विकसित करने के लिये भारत सरकार के उपक्रम सोलर इनर्जी कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया एवं मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम के मध्य संयुक्त कम्पनी का गठन किया गया। कम्पनी का नाम रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड रखा गया है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि परियोजना के लिये निविदा आमंत्रण सूचना इसी माह जारी की जायेगी। निवेशकों को परियोजना की जानकारी देने के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा। इसके लिये देश के महानगरों और अन्य देश में रोड-शो किये जायेंगे। माह अक्टूबर 2015 तक निविदाएँ आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया। निविदा में प्राप्त सफल निविदाकर्ता को माह जनवरी 2016 तक अनुबंध के बाद कार्य आवंटित किये जाने का निर्णय लिया गया।
परियोजना को संस्थापित करने के लिये विश्व बैंक समूह का इंटरनेश्नल फाईनेंशियल कार्पोरेशन कार्यवाही करेगा। उनके द्वारा निविदा प्रक्रिया सम्पादित की जाकर सफल निविदाकर्ता के चयन में सहयोग किया जायेगा। बैठक में इंटरनेश्नल फाईनेंशियल कार्पोरेशन के अधिकारी और सोलर पॉवर कार्पोरेशन नई दिल्ली के के. रमेश कुमार भी मौजूद थे।