मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अपना जन्म-दिन बच्चों और बुजुर्गों के बीच मनाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज आसरा वृद्धजन
सेवा आश्रम शाहजहाँनाबाद और बाल निकेतन भवन हमीदिया रोड पहुँचे। मुख्यमंत्री के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह और
महापौर श्री आलोक शर्मा भी थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है। दूसरों की भलाई से बड़ा कोई पुण्य नहीं है। समाज और शासन का कर्त्तव्य
है कि बुजुर्गों और बच्चों की तकलीफों को दूर करे। राज्य सरकार का मूल मंत्र सेवा करना है। आसरा वृद्धाश्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने
सभी बुजुर्गों को माला पहनाकर उनका आशीर्वाद लिया तथा उन्हें मिठाई खिलाई। उन्होंने बुजुर्गों को पलंग भी वितरित किये।
बाल निकेतन भवन में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों को वस्त्र और मिठाई वितरित की तथा बच्चों को आशीर्वाद दिया। बच्चों ने मुख्यमंत्री
का स्वागत किया। इस मौके पर नर्मदाअष्टक का पाठ किया गया।