भोपाल, नवंबर 2012/ राज्यपाल रामनरेश यादव ने कहा है कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात कहने का अधिकार है। ऐसे में मीडिया की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। मीडिया राष्ट्रहित और जनसेवा को ध्यान में रखकर कार्य करे। देश- प्रदेश के उत्थान में सहायक हो। जनजागृति, देश और समाज के निर्माण में योगदान के लिये प्रेरित करे। श्री यादव यहाँ इण्डिया न्यूज मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ चैनल के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि मीडिया की खबरों में दायित्व बोध और सामाजिक सरोकार भी होना चाहिये।
लोकार्पण समारोह में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री बाबूलाल गौर, गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता, पूर्व मंत्री चन्द्रकुमार भनोट एवं बड़ी संख्या में मीडिया जगत की हस्तियाँ और प्रतिनिधि उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि मीडिया समाज का दिशा दर्शन करे। मीडिया कसौटी पर है। उसे पूर्वाग्रह मुक्त, स्वतंत्र, निष्पक्ष और उत्तरदायी सिद्ध करना है। मीडिया समाज का आइना है। सामाजिक उत्थान में उसकी दूसरों से अधिक जिम्मेदारी है। देश और समाज के निर्माण में मीडिया की अहम भूमिका है। वर्तमान परिस्थितियों में मीडिया का व्यापक विस्तार हुआ है। इसके साथ ही नई चुनौतियाँ भी सामने आयीं हैं। समाज में सद्भाव और एकता के लिये क्या संदेश देना है, इसका अहसास भी जरूरी है। जागरूकता के साथ ही जवाबदेही का भी अहसास भी आवश्यक है। नेता और जनता के मध्य मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया समाज की ताकत को खोजे। समाज में अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के लोग हैं। मीडिया में आने वाले समाचारों से मन नैराश्य से भर जाता है। बुराई को दिखाने की सीमा पर विचार करना होगा। ऐसा न हो कि समाज में अनास्था का ऐसा दौर शुरू हो जाये कि भरोसा ही समाप्त हो जाये। इसलिये यह आवश्यक है कि समाज में जो अच्छा है, उसे भी दिखाया जाये। सूचना क्रांति के इस दौर में सूचना का प्रसार बड़ी जिम्मेदारी है। किसी सूचना के प्रसारित होने से देश-प्रदेश का बड़ा नुकसान नहीं हो, इस जिम्मेदारी के साथ कार्य करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मीडिया को बेटी बचाओ जैसे सामाजिक अभियानों के साथ जुड़ना चाहिये। बेटियों की घटती संख्या एक बड़ी सामाजिक समस्या है। इसे रोका नहीं गया तो समाज का संतुलन बिगड़ेगा और तनाव बढ़ेगा। चैनल की टीम दिल की सुनकर मध्यप्रदेश के विकास में सहयोगी बने।
श्री चौहान ने कहा कि लगातार चुनाव एक बड़ी समस्या है। चुनाव में चंदा भ्रष्टाचार की बुनियाद है। चुनाव सुधार के तीन प्रमुख सुझाव देते हुये कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हों। उनका कार्यकाल पूरे पाँच वर्ष का हो तथा चुनाव खर्च निर्वाचन आयोग वहन करे। वे चुनाव सुधारों के लिये प्रयास निरंतर करते रहेंगे।
जनसंपर्क एवं संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सांसद कांतिलाल भूरिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद प्रभात झा ने भी संबोधित किया। इण्डिया न्यूज प्रायवेट लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक कार्तिक शर्मा ने आभार जताया।