भोपाल, 26 जुलाईः प्रदेश में खरीफ सीजन में बोवनी का कार्य तेजी से चल रहा है। अभी तक 102 लाख 74 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई पूरी हो चुकी है। जो गत वर्ष की इसी अवधि में हुई 97 लाख 94 हजार हेक्टेयर की बुआई से ज्यादा है। प्रदेश में पन्द्रह दिन देरी से आए मानसून के कारण खरीफ फसलों की बुवाई में विलम्ब हुआ है। पानी की कमी के कारण धान की बुवाई इस साल पिछड़ गयी है। इस वर्ष खरीफ में निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक 114 लाख 70 हजार हेक्टेयर में बुवाई होनी है।

अब तक धान 16 लाख 65 हजार हेक्टेयर के विरुद्ध 10 लाख 4 हजार हेक्टेयर में, ज्वार 4 लाख 20 हजार के लक्ष्य के विरुद्ध 3 लाख 10 हजार हेक्टेयर में, मक्का 8 लाख 44 हजार हेक्टेयर के विरुद्ध 8 लाख 87 हजार हेक्टेयर में, बाजरा 1 लाख 62 हजार लक्ष्य के विरुद्ध 1 लाख 29 हजार हेक्टेयर में, कोदो कुटकी एवं अन्य फसल 2 लाख 40 हजार के लक्ष्य के विरुद्ध 80 हजार हेक्टेयर में बोई जा चुकी है।

दलहन फसलों में तुअर 4 लाख 55 हजार लक्ष्य के विरुद्ध 4 लाख 30 हजार हेक्टेयर में, उड़द 6 लाख 5 हजार के विरुद्ध 5 लाख 53 हजार हेक्टेयर में, मूँग 1 लाख 21 हजार के विरुद्ध 96 हजार हेक्टेयर में, कुल्थी और अन्य फसलों की 30 हजार के लक्ष्य विरुद्ध 16 हजार हेक्टेयर की बोनी की गई है।

तिलहनी फसलों में सोयाबीन 57 लाख 23 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध 57 लाख 76 हजार हेक्टेयर में, मूँगफली 2 लाख एक हजार के विरुद्ध 2 लाख 7 हजार हेक्टेयर में, तिल 2 लाख 41 हजार लक्ष्य के विरुद्ध 1 लाख 64 हजार हेक्टेयर में, रामतिल एक लाख 6 हजार हेक्टेयर के विरुद्ध 28 हजार हेक्टेयर में बुआई की गई है।

इसके अलावा कपास 6 लाख 57 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य के विरुद्ध 5 लाख 97 हजार हेक्टेयर में बोई गई है।

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