अपने माता-पिता को परेशान करना बंद करो वरना जेल भेज दूंगा. ये फटकार इंदौर कलेक्टर पी नरहरि ने माता-पिता को परेशान करने वाले एक बेटे को जनसुनवाई के दौरान लगाई.
दरअसल, रामबाबू सक्सेना और उनके बेटे मनोज और जितेंद्र पेशे से ट्रांसपोर्टर हैं. संपन्न घर होने पर भी ये बुजुर्ग दंपति दर-दर भटकने को मजबूर हैं.
मंगलवार को हुई जनसुनवाई में इस दंपति ने कलेक्टर पी नरहरि के सामने अपनी पीड़ा सुनाते हुए बताया कि उनके बेटे मनोज ने कुछ समय पहले एक निजी कंपनी में बस अटेच करने के लिए उनसे रुपयों की मदद मांगी थी.
पिता रामबाबू ने बेटे की मदद के लिए अपना घर तक गिरवी रखकर उसे रुपए उपलब्ध करवाए. लेकिन अब उनका बेटा उन्हें पैसे लौटाने को तैयार नहीं है. ऐसे में जिन लोगों को उन्होंने मकान गिरवी रखकर पैसे लिए थे वो अब वसूली पर अमादा हो गए हैं.
जिस वजह से उनसे उनका घर तक छिन जाने की नौबत आ गई है. इस परिस्थिति में उनका बेटा मनोज मदद की जगह उन्हें ही उल्टा प्रताड़ित कर रहा है और पैसे देने की जगह वृद्धाश्रम में भेजने की बात कह रहा है.
बुजुर्ग दंपति की बात सुनकर कलेक्टर ने तुरंत रामबाबू से उनके बेटे का नंबर लिया और उसे फोन पर ही लताड़ दिया. उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में मनोज से कहा कि वो अपने माता-पिता को परेशान करना बंद करे और उन्हें वृद्धाश्रम भेजने का ख्याल छोड़ दे. यदि उसने ऐसा नहीं किया तो वो उसे जेल भेज देंगे.
कलेक्टर पी नरहरि ने मामले के लिए एसडीएम संतोष टैगोर को जांच सौंपी है. साथ ही बुजुर्ग दंपति को जल्द से जल्द मामला सुलझाने का आश्वासन भी दिया.