भोपाल। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से जिलों में पदस्थ महिला-बाल विकास, आदिम-जाति कल्याण एवं सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को छूटे हुए पात्र महिला मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े जाने पर विशेष ध्यान देने को कहा है। मध्यप्रदेश में इस समय प्रति हजार पुरुष मतदाता में महिला मतदाताओं की संख्या 890 है, जबकि 2011 की आबादी के हिसाब से प्रति हजार पुरुष पर महिलाओं की संख्या 930 है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने निर्देश दिये हैं कि महिला मतदाताओं की जागरूकता के लिये विशेष शिविर एवं पंचायत की जाये। निर्वाचन कार्य से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी विशेष पहल कर महिला मतदाताओं को जागरूक करें। बैठक में बताया गया कि जिला एवं तहसील कार्यालयों में पर्याप्त संख्या में फार्म-6 उपलब्ध करवाये गये हैं। मतदान-केन्द्रों पर पदस्थ बीएलओ को स्वयं-सेवी संगठनों के साथ महिला मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े जाने के लिये संयुक्त रूप से कार्य करें। मतदाताओं की सुविधा के लिये टोल-फ्री नम्बर 1950 भी लगाया गया है।