भोपाल, मई 2015/ उज्जैन में वर्ष 2016 में 22 अप्रैल से 21 मई के मध्य सिंहस्थ महाकुंभ में शामिल होने के लिये आने वाले श्रद्धालुओं को अब इसके सम्बन्ध में जानकारी जुटाने के लिये परेशान नहीं होना पड़ेगा। वे वेबसाइट www.simhasthujjain.in पर एक क्लिक कर इससे जुड़ी सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं।
महाकाल की नगरी, श्रीकृष्ण की शिक्षा का केन्द्र, महाकवि कालिदास की भूमि, राजा विक्रमादित्य की नगरी उज्जैन के इतिहास को जानना हो या फिर किन-किन घाटों पर स्नान की व्यवस्था रहेगी, किन तारीखों में विशेष स्नान होंगे यह सबकुछ आप इस वेबसाइट पर जान सकते हैं। मध्यप्रदेश सरकार के जनसम्पर्क विभाग द्वारा तैयार की गई इस वेबसाइट पर महाकालेश्वर, उज्जैन कलेक्टर, मध्यप्रदेश पर्यटन, रेलवे आदि महत्वपूर्ण लिंक भी मौजूद हैं। इसके साथ ही उज्जैन कैसे पहुँचे, इसमें गूगल मेप भी आपको क्षिप्रा के किनारे बसे इस नगर में आने पर काफी मददगार होगा। सिंहस्थ की इस लिंक पर क्लिक कर महाकाल के लाइव दर्शन भी कर सकते हैं।
वेबसाइट पर सिंहस्थ के सम्पूर्ण सन्दर्भ उपलब्ध हैं। इस पर सर्फिंग करते हुए आप सिंहस्थ महापर्व, समुद्र मंथन, ज्योतिषीय महत्व, अमृतमयी क्षिप्रा नदी, घाट, अखाड़ों और सिंहस्थ-2016 की तैयारियों से जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। होम पेज पर उपलब्ध सिंहस्थ लिंक पर उज्जैन कैसे पहुँचे, होटल, लॉज व धर्मशाला की जानकारी भी है।
होम पेज पर ही ‘उज्जैन के बारे में’ लिंक पर सर्च कर आप शहर के गौरवमयी अतीत की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसमें आप कालगणना केन्द्र, मोक्ष नगरी, श्री महाकालेश्वर, 84 महादेव, पंचक्रोशी यात्रा, अन्य मन्दिरों के विवरण के साथ ही निकटवर्ती स्थलों की जानकारी भी पायेंगे। वहीं विशिष्ट व्यक्ति की लिंक पर राजा विक्रमादित्य, सान्दीपनि ऋषि एवं महाकवि कालिदास का विवरण उपलब्ध है।
होम पेज पर ही ‘सिंहस्थ की तैयारी’ लिंक पर जाकर सिंहस्थ आधारित संरचना और विकास कार्यों की जानकारी एवं फोटोग्राफ्स देखे जा सकते हैं।
यूआरएल से सर्च की जा सकने वाली इस वेबसाइट में सोशल मीडिया की लिंक भी दी गई है। इससे विजिटर राज्य शासन द्वारा सिंहस्थ को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तैयार किये गये अकाउंट्स पर पहुँच सकते हैं। इतना ही नहीं वह उसे लाईक कर, उसे फॉलो कर सतत् रूप से उन अकाउंट्स में अपडेट की जाने वाली जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं। वेबसाइट में लोकप्रिय सोशल मीडिया फेसबुक, टि्वटर और इंस्टाग्राम अकाउंट की लिंक भी मौजूद है।
वेबसाइट में लाईव दर्शन की लिंक भी है। इससे आप घर बैठे महाकालेश्वर, हरसिद्धि माता मन्दिर, प्रभु मंगलनाथ, चिन्तामन गणेश, कालभैरव और सान्दीपनि आश्रम के दर्शन दुनिया के किसी कोने में कर सकते हैं।