भोपाल, जुलाई 2014/ कमिश्नर-कलेक्टर नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव के लिये बनाए गए मल्टी लेवल मॉनिटरिंग टूल का अधिकाधिक उपयोग करें। राज्य निर्वाचन आयुक्त आर. परशुराम ने यह निर्देश वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्वाचन की तैयारियों की समीक्षा में दिये। श्री परशुराम ने कहा कि नगरीय निकाय और ग्राम पंचायत चुनाव की तैयारियाँ एक साथ करें। गुरुवार को ग्वालियर, चम्बल एवं सागर संभाग के जिलों की समीक्षा की गई।
श्री परशुराम ने कहा कि जिन नई तहसील में नेटवर्क की समस्या है, वहाँ पुरानी तहसीलों में मतदाता सूची का कार्य पहले करवाया जाए। जिन जिलों में जनपद पंचायत स्तर पर वेण्डर नहीं पहुँचे हैं, वहाँ तीन दिन में पहुँच जाएंगे। फोटोयुक्त मतदाता सूची के लिये अलग से मॉनिटरिंग टूल बनाया गया है। श्री परशुराम ने कहा कि ईवीएम के ट्रेकिंग सिस्टम का टेस्ट कर लें। जहाँ जरूरत हो, वहाँ ईवीएम स्टोरेज रूम की मरम्मत करवाएं। इसके लिये बजट अतिशीघ्र भेजा जायेगा।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि मतदाता जागरूकता कार्यक्रम ‘सेन्स” के संबंध में कार्य-योजना बनाकर शीघ्र आयोग को भेजें और जिला स्तर पर इसका क्रियान्वयन भी करवाएं। नगरीय निकायों के लिये प्राधिकृत कर्मचारी और रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के लिए किताबें भेजी जा चुकी हैं। पंचायतों के लिये भी अतिशीघ्र भेजी जा रही हैं। सीलिंग की सामग्री भी भेजी जा रही है। किसी भी जिले में कोई भी समस्या हो तो तुरंत उनके ध्यान में लाई जाये।
सचिव राज्य निर्वाचन आयोग जी.पी. श्रीवास्तव ने बताया कि आगामी पंचायत निर्वाचन में सरपंच का चुनाव ईवीएम से करवाना है। इसके लिये सभी तैयारियाँ समय पर सुनिश्चित करें। संभागवार मास्टर ट्रेनर्स की ट्रेनिंग का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है। निर्धारित दिनों में संभाग स्तर पर होने वाली ट्रेनिंग में आयोग द्वारा बनवाई गई फिल्म का प्रदर्शन भी करें। वीडियो कान्फ्रेंसिंग में ग्वालियर, चम्बल एवं सागर के कमिश्नर एवं जिलों के कलेक्टर से चर्चा हुई।