भोपाल, नवम्बर 2014/ मलेरिया से लोगों को बचाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में आवश्यक ऐहतियात बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य संचालनालय ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को इसके लिए विस्तृत निर्देश भेजे हैं। अन्य मौसमी रोगों से निपटने के लिए भी प्रदेश में ग्राम स्तर तक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सजग रहने को कहा गया है। चिकित्सकों को सेक्टर प्रभारी बनाकर रोग पर नजर रखने, रोग के संकेत मिलते ही उसकी सूचना जिला, संभाग और राज्य स्तर पर देने को भी कहा गया है। मलेरिया की जाँच एवं उपचार के लिए आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
मध्यप्रदेश के 6 जिले में कुछ ग्राम में मलेरिया रोग के चिन्ह मिलते ही आवश्यक उपचार प्रारंभ किया गया है। स्थिति पूर्णत: नियंत्रण में है। स्वास्थ्य आयुक्त ने बताया कि भोपाल के शहरी क्षेत्र में कुछ प्रकरण के अलावा सीधी जिले के 4 गाँव, छिंदवाड़ा जिले के 4 गाँव, डिण्डौरी, शिवपुरी और ग्वालियर के एक-एक गाँव में रोग की जानकारी मिलते ही रोगियों का उपचार किया जा रहा है। जिलों में नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किए गए हैं।
सीधी जिले में दो दिन पूर्व मलेरिया के उपचार में लापरवाही बरतने और रोग के संबंध में वरिष्ठ अधिकारी को सूचित न करने पर दो चिकित्सक एवं दो स्वास्थ्य कार्यकर्ता का निलंबन आदेश जारी किया गया। दायित्व निर्वहन में लापरवाही पर अन्य जिलों में भी इसी तरह की कार्यवाही की जाएगी।