भोपाल, नवंबर 2012/ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि मराठी साहित्य को प्रोत्साहित और मराठी साहित्य परिषद को और समृद्ध बनाने के प्रयास किये जायेंगे।
श्री चौहान यहाँ स्थानीय ओल्ड कैंपियन स्कूल के प्रांगण में जत्रा मराठी कार्निवल को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन मराठी उत्सव समिति भोपाल द्वारा किया गया था। इस अवसर पर भारतीय जनता पाटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, भाजपा सांसद प्रभात झा, संस्कृति मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, भोपाल महापौर श्रीमती कृष्णा गौर और बड़ी संख्या में मराठी भाषी उपस्थित थे।
श्री नितिन गडकरी ने कहा कि मराठी भाषियों ने अपनी संस्कृति की साज-सम्भाल करते हुये भारत की अनेकता में एकता की संस्कृति में भी योगदान दिया है। उन्होंने आयोजन समिति को जत्रा आयोजित करने के लिये धन्यवाद दिया।
अपर मुख्य सचिव श्रीमती अरूणा शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि प्रदेश में बड़ी संख्या में रह रहे मराठी भाषी परिवारों को मराठी साहित्य के पठन-पाठन की सुविधा उपलब्ध होना चाहिये। श्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री ने विशेष स्मारिका का विमोचन किया।
मराठी उत्सव समिति के अध्यक्ष विलास वुचके ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि मध्यप्रदेश में सर्वाधिक मराठी परिवार रहते हैं। मराठी भाषियों ने मिलकर मध्यप्रदेश का सांस्कृतिक सौंदर्य निखारने में अपना योगदान दे रहे हैं। मराठी साहित्य परिषद के अध्यक्ष गणेश बागदरे ने कहा कि मध्यप्रदेश जैसे हिन्दी भाषी राज्य में मराठी साहित्य परिषद का संचालन अपने आप में एक सराहनीय पहल है। इसके लिये उन्होंने मुख्यमंत्री और संस्कृति मंत्री क्ष्मीकांत शर्मा को सहयोग के लिये धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर श्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री ने श्री अशोक वानखेड़े को पत्रकारिता और जन संचार के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिये मराठी रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया। समिति के उपाध्यक्ष गिरीश जोशी ने आभार व्यक्त किया। श्री गडकरी और मुख्यमंत्री ने ओजस्विनी महोत्सव 2012 का अवलोकन किया।