भोपाल। मध्यप्रदेश में आम आदमी तो क्या सरकारी कर्मचारी भी सुरक्षित नहीं हैं। यह विपक्ष का आरोप नहीं बल्कि सचाई है। राज्य विधानसभा में गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने एक प्रश्न के जवाब में खुद मंजूर किया है कि पिछले एक साल में प्रदेश में 1300 सरकारी कर्मचारी पिट गए। गौर से यह सवाल कांग्रेस के डॉ. गोविंदसिंह ने पूछा था। गृह मंत्री ने जवाब में कहा कि 16 जून, 2013 से 15 जून, 2014 तक 1300 से अधिक सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट हुई। इस दौरान इंदौर में 2, जबकि रेलवे भोपाल, भिंड, खंडवा, आलीराजपुर और सतना में एक-एक सरकारी कर्मचारी की हत्या भी हुई।