मनरेगा के कार्यों में प्रगति कर उपलब्धि हासिल करने वाला होशंगाबाद जिलों की रैंकिंग में प्रथम स्थान पर है। माह जुलाई में मनरेगा की जिले की रेंकिंग में देवास द्वितीय और विदिशा तृतीय स्थान पर रहा।

अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती अरुणा शर्मा ने प्रथम तीन पायदान पर रहे इन तीन जिलों को बधाई दी है। श्रीमती शर्मा ने 6 जिले खण्डवा, रतलाम, राजगढ़, नरसिंहपुर, शहडोल और उज्जैन की जून माह की तुलना में 12 और 12 से अधिक पायदान की उन्नति पर प्रशंसा व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि यह उन्नति, योजना के क्रियान्वयन में गंभीरता से किये गये प्रयासों को दर्शाती है।

श्रीमती शर्मा ने जिला सीधी, श्योपुर, बालाघाट और टीकमगढ़ का 10 और 10 से अधिक पायदान नीचे जाने को चिंताजनक बताया है। जिला मण्डला, दतिया और कटनी को पिछले 5 माह की रेंकिंग में निरंतर डी श्रेणी पाये जाने पर तत्काल सुधारात्मक कार्यवाही करने के निर्देश संबंधित कलेक्टर एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक को दिये गये हैं।

श्रेणी-ए प्राप्त जिले

ए-श्रेणी प्राप्त 8 जिलों में रायसेन, उमरिया, बुरहानपुर, खण्डवा, सीहोर, बड़वानी, बैतूल और जबलपुर हैं।

श्रेणी-बी प्राप्त जिले

बी-श्रेणी प्राप्त 14 जिलों में धार, डिण्डोरी, खरगोन, रतलाम, राजगढ़, नरसिंहपुर, शहडोल, मंदसौर, नीमच, हरदा, सतना, भोपाल, शाजापुर और मुरैना हैं।

श्रेणी-सी प्राप्त जिले

मनरेगा में सी-श्रेणी प्राप्त 9 जिलों में सिवनी, छिन्दवाड़ा, दमोह, इंदौर, छतरपुर, उज्जैन, अलीराजपुर, भिण्ड और सीधी हैं।

श्रेणी-डी प्राप्त जिले

मनरेगा में डी-श्रेणी प्राप्त 16 जिलों में रीवा, अनूपपुर, गुना, ग्वालियर, पन्ना, मण्डला, झाबुआ, शिवपुरी, कटनी, सागर, श्योपुर, बालाघाट, दतिया, टीकमगढ़, सिंगरोली और अशोकनगर हैं।

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