भोपाल, फरवरी 2013/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिये बेटियों के जन्म से योजनाएं बनाने की शुरूआत मध्यप्रदेश ने की है। अन्य सरकारें भी अब मध्यप्रदेश की पहल अपना रही है। लाड़ली लक्ष्मी योजना, गाँव की बेटी योजना, प्रतिभा किरण योजना और उच्च शिक्षा ऋण गारंटी योजना की चर्चा करते हुये कहा कि महिलाओं को नौकरियों और राजनीतिक क्षेत्र में सहयोग और सुविधाएं देकर उन्हें सशक्त बनाया गया है।
मुख्यमंत्री शासकीय गीतांजलि कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के अतिरिक्त ब्लाक के निर्माण कार्य का भूमिपूजन करने के बाद छात्राओं को संबोधित कर रहे थे। राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रमेश शर्मा गुट्टू भैया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्यमंत्री ने महाविद्यालय की ओर से मिलने वाली 350 रूपये की निर्धन छात्रवृत्ति को अपर्याप्त बताते हुए स्कालरशिप के लिये पात्र प्रत्येक छात्रा को 5000 रूपये प्रदान करने, महाविद्यालय छात्राओं के आग्रह पर महाविद्यालय में स्पोर्टस काम्पलेक्स बनाने की घोषणा की। स्वर्गीय गीतांजलि और डा. शंकरदयाल शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि महाविद्यालय के विकास में हरसंभव सहयोग किया जायेगा। महाविद्यालय में शैक्षणिक स्टाफ की कमी दूर की जायेगी। मुख्यमंत्री ने छात्राओं से आत्मीय बातचीत की और उन्हें आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया। कहा कि छात्राएं बड़ा सोचें, साहस रखें और दृढ़ निश्चय के साथ आगे बढ़े। बेटियों में न तो प्रतिभा की कमी है और न ही साहस और शक्ति की। थोड़ी सी सहायता, नैतिक बल मिलने पर वे असंभव काम भी कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर निर्धन छात्राओं को छात्रवृत्ति के चेक भेंट किये और उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया।