भोपाल, अगस्त 2014/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विद्युत व्यवस्था की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं को राज्य शासन के संकल्प के अनुसार विद्युत आपूर्ति जारी रहे। बैठक में बताया गया कि आवश्यकता पड़ने पर अल्पावधि के टेंडर आमंत्रित कर प्रदेशवासियों को विद्युत उपलब्ध करवायी जायेगी।
मानसून की कमी से पूरे प्रदेश में बिजली की मांग बढ़ी है। आगामी त्योहारों के दिनों में मांग में कुछ और वृद्धि होगी। पिछले दिनों सिंचाई शुरू होने जाने से भी ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की मांग बढ़ रही है। इसके चलते पिछले दो-एक दिन कहीं कहीं विद्युत आपूर्ति थोड़ी बाधित हुई थी। स्थिति में अब सुधार है। अगले पांच-सात दिनों में प्रदेश में 8 हजार मेगावाट बिजली की आपूर्ति शुरू हो जायेगी। प्रदेश में किसानों, घरेलू उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली मिलती रहेगी। बैठक में ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ला, प्रमुख सचिव ऊर्जा मो. सुलेमान भी उपस्थित थे।
विद्युत प्रदाय में कोताही बर्दाश्त नहीं
ऊर्जा मंत्री शुक्ल ने विभाग की समीक्षा बैठक में कहा कि हर श्रेणी के उपभोक्ताओं को सुचारू तथा गुणवत्तापूर्ण बिजली आपूर्ति राज्य सरकार की सर्वोच्य प्राथमिकता है। प्रदेश के ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में 24 घण्टे एवं कृषि उपभोक्ताओं को 10 घण्टे विद्युत प्रदाय सुनिश्चित किया जाये। सुचारू विद्युत प्रदाय में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मंत्री ने विद्युत प्रदाय, राजस्व वसूली, विजिलेंस चेकिंग आदि बिन्दु की विशेष समीक्षा की। बैठक में प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश पॉवर मेनेजमेंट कंपनी मनु श्रीवास्तव, मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक सुखवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
श्री शुक्ल ने विद्युत प्रदाय के पुख्ता प्रबंधन तथा अनुशासन पर जोर देते हुए कहा कि मैदानी अधिकारी बिजली आपूर्ति पर सतत निगरानी भी रखें। उन्होंने आपूर्ति को चुस्त-दुरूस्त करने पर जोर दिया और कहा कि व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाया जाये। आपूर्ति के साथ ही बिजली वितरण कंपनियों के राजस्व में उत्तरोत्तर वृद्धि होना चाहिए। मीटरिंग, बिलिंग एवं कलेक्शन कार्य को सक्षम बनाने के साथ ही राजस्व वृद्धि के निरंतर प्रयास करना चाहिए। खराब मीटरों को बदला जाये, मीटर रीडिंग, बोल्टेज में उतार-चढ़ाव आदि शिकायतों का निराकरण तत्काल किया जाये।
अटल ज्योति अभियान में सभी गाँव तक निरंतर बिजली पहुँचाकर विकास की नई इबारत लिखने का काम पूरा कर लिया गया है। बिजलीकर्मी राजस्व प्रबंधन और बेहतर उपभोक्ता सेवा देने के कार्य का उत्कृष्ट निष्पादन करें।
प्रमुख सचिव ऊर्जा मोहम्मद सुलेमान ने विद्युत आपूर्ति तथा राजस्व संग्रह की वृत्तवार समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रत्येक उपभोक्ता के घर में मीटर लगे और अंकित खपत के हिसाब से ही देयक बनाकर भेजे जाये। श्री मनु श्रीवास्तव ने कंपनीवार प्रेजेंटेशन के माध्यम से राजस्व वसूली, विद्युत आपूर्ति, विजिलेंस चेकिंग, ब्रेकडाउन प्रबंधन, आगे आने वाले माह में विद्युत आपूर्ति के बारे में जानकारी दी।