मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कहा कि मध्यप्रदेश में फिल्म निर्माण के लिये अनुकूल वातावरण है। प्रदेश में प्रतिभाओं और कलाकारों की भी कोई कमी नहीं है। उन्होंने फिल्मकारों का आव्हान किया कि वे प्रदेश में आयें और उद्देश्यपरक और सही दिशा देने वाली फिल्में बनायें। मध्यप्रदेश को फिल्म निर्माण के क्षेत्र में अव्वल बनाने का प्रयास किया जायेगा। श्री चौहान आज इंदौरमें तीन दिवसीय चित्र भारती राष्ट्रीय फिल्मोत्सव समारोह का शुभारंभ कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि समाज में आज उद्देश्यपरक तथा युवाओं को सही दिशा दिखाने वाली फिल्मों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि फिल्में मात्र मनोरंजन का साधन नहीं हैं बल्कि वे शिक्षा का बड़ा माध्यम हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता हमारी सदियों पुरानी परम्परा है। विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर देश का अपमान सहन नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अब पिछड़ा और बीमारू राज्य नहीं है। मध्यप्रदेश ने विकास के हर क्षेत्र में नये कीर्तिमान कायम किये है। कृषि के क्षेत्र में मध्यप्रदेश लगातार चार वर्षों से कृषि कर्मण अवार्ड प्राप्त कर रहा है। मध्यप्रदेश की विकास दर भी पिछले कई वर्षों से लगातार दोहरे अंकों की है। सिंचाई, उर्जा के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश देश में अव्वल है। सौर उर्जा के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
फिल्म अभिनेता श्री मनोज जोशी़, फिल्मकार श्री विवेक अग्निहोत्री, श्री दिलीप अवस्थी एवं श्री राकेश मित्तल ने भी समारोह को संबोधित किया। समारोह में संस्कृत भाषा में फिल्म बनाने वाले श्री विनोद मानकर का अभिनंदन भी किया गया।
सामाजिक सरोकारों तथा मानवीय संवेदनाओं पर आधारित विषयों को लेकर बनी फिल्मों पर आधारित फिल्मोत्सव 28 फरवरी तक इंदौर में होगा। भैय्याजी दाणी सेवा न्यास इंदौर द्वारा आयोजित इस फिल्मोत्सव में विभिन्न श्रेणियों की 8 राज्य की 200 से अधिक फिल्में प्रदर्शित की जा रही हैं। इस मौके पर महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति श्री आशुतोष मिश्रा, फिल्मकार श्री लक्ष्मण नवाथे और डॉ. प्रवीण काबरा मौजूद थे। फिल्मोत्सव में प्रदर्शित सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को पुरस्कृत भी किया जायेगा।