भोपाल, नवम्बर 2015/ मध्यप्रदेश में देशी-विदेशी सैलानियों को किफायती दर पर रुकने की सहूलियत मुहैया करवाने के लिये ‘होम स्टे’ योजना क्रियान्वित की जा रही है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटकों को भारतीय संस्कृति, परम्परा, रहन-सहन से अवगत करवाना एवं भारतीय सुस्वादु भोजन, व्यंजन आदि की सुविधा आसानी से उपलब्ध करवाना है। ‘अतिथि देवो भव: तथा वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भारतीय परम्परा को बढ़ावा और प्रोत्साहन देने तथा देश के परिवेश से अवगत करवाने यह योजना मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा क्रियान्वित की जा रही है। रिहायशी सम्पत्तिधारक के लिये पर्यटन एवं सत्कार व्यवसाय से जुड़कर आय अर्जित करने का यह एक उपयुक्त अवसर है।

‘होम स्टे’ योजना उन सभी अपार्टमेंट/बंगला/कॉटेज स्वामियों के लिये हैं, जो देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को ठहरने, खान-पान इत्यादि की सुविधा प्रदान कर सकते हैं। भारतीय संस्कृति की मूल धारणा, ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ पर आधारित इस योजना में देश-विदेश के पर्यटकों की मेजबानी एवं उन्हें प्रदेश की संस्कृति, रहन-सहन और खान-पान की परम्परा का परिचय करवाने के साथ ही आमदनी का अतिरिक्त स्रोत भी सुनिश्चित होगा।

होम स्टे योजना में रुचि रखने वाले रिहायशी सम्पत्तिधारकों के लिये आवश्यक प्रशिक्षण के लिये 22 नवम्बर से आगामी 13 दिसम्बर, 2015 तक पर्यटन विकास निगम द्वारा विशेष कार्यशाला आयोजित की जा रही है। तदनुसार इंदौर में 22 नवम्बर, जबलपुर में 29 नवम्बर, महेश्वर में 6 दिसम्बर तथा भोपाल में 1 दिसम्बर, 2015 को कार्यशाला होगी।

इस योजना के संबंध में अधिक जानकारी तथा रजिस्ट्रेशन के लिये वेबसाइट www.mpstdc.com/homestayscheme पर सम्पर्क किया जा सकता है।

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