भोपाल, जुलाई 2013/ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि उत्तराखण्ड जैसी भयानक प्राकृतिक आपदा में राहत, बचाव कार्य करना अत्यंत दुष्कर कार्य है। मध्यप्रदेश की टीम ने संस्कृति एवं धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के नेतृत्व में जिस निष्ठा और कर्तव्‍य से कार्य किया है उस पर उन्हें गर्व है। इस टीम के सभी सदस्य को मुख्यमंत्री निवास बुलाकर सम्मानित किया जायेगा और प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। श्री चौहान हरिद्वार के शांति कुंज स्थित मध्यप्रदेश के शिविर में आपदा राहत कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।

उन्‍होंने कहा कि आपदा के दूसरे ही दिन मैं हरिद्वार आया था। उसी दिन इस भयावह आपदा का अहसास हो गया था। तभी यहाँ गायत्री परिवार से मिलकर प्रदेश का शिविर लगाने का आग्रह किया था। श्री चौहान ने इस आपदा की घड़ी में मदद करने के लिये गायत्री परिवार और सेना तथा अन्य संस्थाओं का आभार व्यक्त किया। कहा कि मध्यप्रदेश की टीम तथा गायत्री परिवार ने पीड़ित मानवता की अद्भुत ढंग से सेवा की। बिना भेदभाव के मध्यप्रदेश ही नहीं अन्य प्रदेशों के यात्रियों की भी मदद की। इसके लिये प्रदेश की टीम की सर्वत्र सराहना हो रही है।

संस्कृति एवं धार्मिक एवं धर्मस्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा ने पिछले ग्यारह- बारह दिनों के दौरान राहत बचाव कार्यों के अनुभव बताते हुए कहा कि यह एक बड़ी चुनौती थी। टीम के साथियों ने सभी यात्रियों को जिस ढंग से बचाया, वह सराहनीय है। इस आपदा प्रबंधन से बहुत कुछ सीखने को मिला है। अब प्रदेश में ऐसी योजना बनाई जायेगी जिसमें प्रदेश का कोई भी तीर्थ-यात्री यात्रा पर जाएगा तो उसे यात्रा से संबंधी समस्त विवरण उपलब्ध करवाया जायेगा। साथ ही सभी तीर्थ-यात्री का विवरण भी जिलेवार उपलब्ध रहेगा। राहत बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त संजय गोयल ने भी टीम के कामों की सराहना की। मुख्य सचिव आर.परशुराम ने बताया कि प्रदेश में आपदा प्रबंधन बल बनाया जा रहा है जिसके गठन में इस टीम के सदस्यों का अनुभव भी काम आयेगा।

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