भोपाल, नवंबर 2012/ मध्यप्रदेश को ई-उपार्जन की सर्वश्रेष्ठ प्रक्रिया के लिए ‘‘राष्ट्रीय कम्प्यूटर सोसायटी आफ इण्डिया (सीएसआई) निहिलेंट’’ अवार्ड के लिये चुना गया है। अपर मुख्य सचिव, खाद्य श्री अन्टोनी जे.सी. डिसा आगामी 2 दिसम्बर को कोलकाता में मध्यप्रदेश की ओर से यह अवार्ड प्राप्त करेंगे।
ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में इस अवार्ड के लिये देशभर से 70 आवेदन प्राप्त हुए थे। इन आवेदन में से अंतिम छः के चयन के बाद मध्यप्रदेश का चयन किया गया। विगत सोमवार को हैदराबाद में 20 सदस्यीय ज्यूरी के समक्ष श्री अन्टोनी जे.सी. डिसा द्वारा मध्यप्रदेश की ओर से प्रस्तुतिकरण किया गया था।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति मंत्री पारस जैन ने ई-उपार्जन के लिए प्रदेश को मिले अवार्ड का श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिया। कहा कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के फलस्वरूप खाद्य विभाग के अमले ने जिस प्रकार लगन एवं मेहनत से ई-उपार्जन प्रक्रिया को सफलता प्रदान की, उसी का परिणाम राष्ट्रीय अवार्ड के रूप में सामने आया है। मध्यप्रदेश ने ई-उपार्जन प्रक्रिया से गेहूँ की खरीदी का एक नया रिकार्ड देश के सामने कायम किया है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में रबी विपणन वर्ष 2012-13 में 85.07 लाख मीट्रिक टन गेहूँ की रिकार्ड खरीदी गई थी। दस लाख 26 हजार किसानों से ई-उपार्जन के जरिए हुई खरीदी के एवज में उन्हें 11 हजार 780 करोड़ रुपये से अधिक राशि का भुगतान किया गया। गेहूँ उपार्जन के लिए प्रदेश के जिलों में 2,313 उपार्जन केन्द्र स्थापित किये गये थे।