भोपाल, एजेंसीः मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि भौतिकता के साथ आध्यात्म जरूरी है। बिना आध्यात्म के मनुष्य सुखी नहीं हो सकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान यहाँ प्रजापिता श्री ब्रम्हकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अमृत महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में स्वर्णिम संसार स्थापना का शुभारंभ किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बिना ज्ञान के जीवन अधूरा है। दुनिया आज पर्यावरण बचाने की बात कर रही है। जबकि हमारे यहाँ हजारों वर्षों से पेड़-पौधों, नदी-पहाड़, जीव-जंतुओं की पूजा कर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया है। एक ईश्वर और विश्व कल्याण की बात कही गई है। हमारे यहाँ पूरे विश्व को एक परिवार मानकर वसुधैव कुटुम्बकम की बात कही गई है।
उन्होंने कहा कि स्वर्णिम देश और प्रदेश बनाने के लिए हमें पाँच संकल्प लेना होंगे, इनमें अपने कर्त्तव्यों का पालन, हर बच्चे का स्कूल भेजना, नशा मुक्ति अभियान चलाना, बेटियों को बचाना और समाज सेवा का एक रचनात्मक कार्य करना शामिल हैं।