भोपाल। भूटान के प्रधानमंत्री श्री जिग्मे वाय. थिनले ने कहा है कि यह शहर बहुत सुन्दर और झील बहुत विशाल है। अगर मौका लगा तो वे पुनः यहाँ आयेंगे। कोई 50 वर्ष पहले मेरी माता जी साँची आयी थीं। मेरी साँची यात्रा की जानकारी से वे बहुत खुश हुईं। श्री थिनले ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यहाँ आमंत्रित कर साँची जाने का अच्छा अवसर दिया। यहाँ आकर बहुत खुशी हुई।
प्रधानमंत्री श्री थिनले आज यहाँ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के आमंत्रण पर मुख्यमंत्री निवास में दोपहर भोज के लिये आये थे। इस अवसर पर राज्यपाल श्री रामनरेश यादव और विधानसभा अध्यक्ष श्री ईश्वरदास रोहाणी विशेष रूप से मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी धर्म पत्नी श्रीमती साधना सिंह तथा पुत्र श्री कुणाल के साथ मुख्यमंत्री निवास में अतिथियों का आत्मीय स्वागत कर उनकी अगवानी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के साथ यहाँ के लोग भी बहुत अच्छे हैं।
प्रधानमंत्री श्री थिनले ने कहा कि बौद्ध विश्वविद्यालय स्थापित कर मध्यप्रदेश में ऐतिहासिक कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि श्रीलंका की यात्रा के दौरान उनके मन में बौद्ध विश्व विद्यालय स्थापित करने का विचार आया था। उन्होंने कहा कि साँची को दया, करूणा, शांति और भाईचारे का केन्द्र बनाना चाहते हैं। उन्होंने भूटान के प्रधानमंत्री को साँची में सांस्कृतिक केन्द्र स्थापित करने की स्वीकृति देने के लिये धन्यवाद दिया। श्री चौहान ने भूटान की सकल राष्ट्रीय खुशहाली की अवधारणा की सराहना करते हुए कहा कि केवल धन अथवा भौतिक विकास से खुशी नहीं मिलती। धर्म, आध्यात्म, मूल्य से आत्मिक शांति और प्रसन्नता मिलती है। श्री चौहान ने बताया कि प्रदेशवासियों की आध्यात्मिक खुशी के लिये ही मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन सहित अन्य योजनाएँ प्रारंभ की गयी हैं। प्रधानमंत्री श्री थिनले का कहना था कि धन मनुष्य का भौतिक और हृदय की प्रसन्नता मन का धन है। हमारे क्रास नेशनल हैप्पीनेस की प्रशंसा संयुक्त राष्ट्र संघ में भी हुई है। दुनिया ने माना है कि यह अवधारणा विश्व-शांति के लिये आवश्यक है।
भूटान के प्रधानमंत्री श्री थिनले के पूछने पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश की आबादी करीब साढ़े सात करोड़ तथा भोपाल की 20 लाख है। कृषि यहाँ का मुख्य व्यवसाय है। यहाँ की कृषि विकास दर 18 प्रतिशत है, जो विश्व में सर्वाधिक है। इसके साथ प्रदेश में हो रही औद्योगिक प्रगति की भी श्री चौहान ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह देश का डायमंड स्टेट है। यहाँ हीरे मिलते हैं। एल्युमीनियम, बाक्साइट, आइरन ओर आदि खनिज संसाधन प्रदेश में हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महात्मा गांधी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचार मध्यप्रदेश की शासन प्रणाली में लाकर प्रत्येक व्यक्ति, विशेष रूप से सबसे पीछे के व्यक्ति के कल्याण की कोशिश है।
सांसद श्री कैलाश जोशी, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रभात झा, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री हरवंश सिंह, नगरीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर, उद्योग मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, उच्च शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री श्री लक्ष्मीकांत शर्मा, गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, सांसद श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, श्री अरविंद मेनन, श्री सुरेश सोनी, श्री राम माधव, मुख्य सचिव श्री आर. परशुराम और पुलिस महानिदेशक श्री नंदन दुबे भी इस अवसर पर उपस्थित थे।