भोपाल। भूटान के प्रधानमंत्री जिग्मे वाय. थिनले ने गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा के दौरान कहा कि साँची में स्थापित होने जा रहा बौद्ध एवं भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय बहुत अच्छा कदम है। इसमें भूटान सभी संभव सहयोग करेगा। श्री थिनले ने बौद्ध स्तूप के लिये विश्व प्रसिद्ध नगर साँची में भूटान के सहयोग से सांस्कृतिक केन्द्र बनाने की सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने श्री थिनले का स्वागत करते हुये कहा कि इस केन्द्र के लिये राज्य शासन द्वारा आवश्यक भूमि उपलब्ध करवायी जाएगी। प्रधानमंत्री श्री थिनले ने 12 प्रतिशत विकास दर हासिल करने के लिये मध्यप्रदेशवासियों को बधाई दी।

श्री चौहान ने श्री थिनले का स्वागत करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश भूटान की तरह एक कृषि आधारित अर्थ-व्यवस्था वाला प्रदेश है, जिसने पिछले वर्ष 18 प्रतिशत कृषि विकास दर तथा 12 प्रतिशत समग्र विकास दर हासिल की है। श्री थिनले ने मध्यप्रदेश की इस उपलब्धि के लिये बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने सुना है कि जब से श्री चौहान मुख्यमंत्री बने हैं यहाँ बहुत उन्नति हुई है। मध्यप्रदेश तेजी से विकसित हो रहा शांतिपूर्ण प्रदेश है।

मुख्यमंत्री ने भूटान के ग्रास हेप्पीनेस कान्सेप्ट का उल्लेख करते हुए कहा कि केवल ग्रास डोमेस्टिक प्रोडक्ट ही पर्याप्त नहीं बल्कि जीवन के बाकी पहलुओं का भी महत्व है। श्री थिनले ने बताया कि उनके देश का यह कान्सेप्ट और देशों ने भी समझा है। भौतिक प्रगति के साथ मन की खुशी भी महत्वपूर्ण है। भूटान ने आर्थिक उन्नति का एक नया मॉडल विकसित किया है, जिसे संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी अच्छा माना है। श्री थिनले ने कहा कि मध्यप्रदेश आकर वे बहुत प्रसन्न हैं। यहाँ स्थापित हो रहे बौद्ध विश्वविद्यालय के माध्यम से भूटान के युवाओं को मेल-जोल का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूटान के युवा यहाँ पर सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और खेल गतिविधियों के लिये आएं, इससे आपसी सद्भाव और समझ बढ़ेगी।

प्रधानमंत्री श्री थिनले ने कहा कि भारत और भूटान दोनों बहुत गहरे दोस्त हैं। उन्होंने चर्चा के दौरान हिन्दी में बातचीत करते हुए कहा कि अपनी भाषा को सँवारना चाहिए। अपनी भाषा के माध्यम से ही हम अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शासन में जब लोगों के प्रति करुणा और दया का भाव होता है, तब बेहतर परिणाम मिलते हैं। प्रदेश में भौतिक विकास के साथ आध्यात्मिक विकास की ओर भी ध्यान दिया जा रहा है। इसी के चलते मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन जैसी योजना बनाई गई है, जो गरीब वृद्धजनों को तीर्थ-यात्रा का सुख उपलब्ध करवाती है। उन्होंने भूटान के ग्रॉस हेप्पीनेस कान्सेप्ट की सराहना करते हुए कहा कि इस विचार को दुनिया भर में स्थापित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास के साथ आत्मिक शांति भी महत्वपूर्ण है और किसी लोक कल्याणकारी राज्य का उद्देश्य उसके नागरिकों का संपूर्ण विकास होना चाहिए। मध्यप्रदेश में शुरू किया गया बेटी बचाओ अभियान मानव के प्रति करुणा से उत्पन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि साँची में भूटान बौद्ध अध्ययन केन्द्र तथा धर्मशाला बनायें, राज्य शासन इसके लिये भूमि उपलब्ध करवायेगा। यहाँ पर थाईलैंड, म्यामार और कंबोडिया जैसे देश अध्ययन केन्द्र स्थापित करेंगे तो उन्हें सहयोग दिया जायेगा। भूटान के प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को चर्चा के बाद भूटान के बारे में पुस्तकों का सेट भेंट किया।

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