भोपाल, दिसम्बर 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सिन्धी समाज देशभक्त, परिश्रमी और सेवाभावी है। समाज ने अपनी मेहनत और कर्त्तव्यनिष्ठा से व्यापार जगत में अपना स्थान बनाया है। समाज का प्रदेश की समृद्धि और विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। मुख्यमंत्री यहाँ लाल परेड मैदान में सिन्धु महासभा के प्रांतीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने भगवान झूलेलाल के जन्म-दिन पर प्रदेश में शासकीय अवकाश की घोषणा की। साथ ही सिन्धु समाज की अन्य समस्या के समुचित समाधान का भरोसा दिलवाया।
श्री चौहान ने कहा कि सिन्धी समाज के संतों ने समाज-सेवा को नया रूप दिया है। समाज के लोगों ने अपने परिश्रम और कर्त्तव्यनिष्ठा के बल पर व्यापार और उद्योग जगत में अपनी पहचान बनायी है। पट्टे एवं मर्जर की समस्याओं के स्थायी हल के लिये राज्य शासन ने कानून बनाया। उन्होंने कहा कि शहीद हेमू कालानी ने देश की आजादी में अपने प्राण न्यौछावर किये। उनके सम्मान में राज्य सरकार जरूरी कदम उठायेगी। साथ ही सिन्धी अकादमी के विस्तार के लिये भी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे। सिन्धु दर्शन यात्रा में राज्य सरकार द्वारा पचास फीसदी मदद की जाती है। साथ ही राज्य का सांस्कृतिक दल भी भेजा जाता है।
इसके पहले सिन्धु महासभा के प्रांतीय अध्यक्ष भगवानदास सबनानी ने स्वागत भाषण में राज्य शासन द्वारा सिन्धी समाज के उत्थान के लिये किये गये प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सिन्धु महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मण चंदीरामानी, विधायक अशोक रोहाणी, लद्धाराम, संत सिद्धभाऊ एवं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्र से आये समाज के सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर सिन्धी समाज द्वारा मुख्यमंत्री का सम्मान किया गया।