भोपाल, जनवरी 2015/ महिलाओं को कानूनी, चिकित्सकीय और परामर्श सेवा देने वाले देश के विशिष्ट केन्द्र गौरवी को हाल ही में प्रदेश भ्रमण पर आये ब्रिटिश दल ने उपयोगी बताते हुए राज्य सरकार की प्रशंसा की। भोपाल के जिला अस्पताल (जयप्रकाश अस्पताल) परिसर में स्थित वन-स्टाप क्राइसिस सेंटर गौरवी का शुभारंभ गत वर्ष जून माह में हुआ था। यह केन्द्र हिंसा और अत्याचार की शिकार हुई महिलाओं की सहायता के लिये कार्य कर रहा है। केन्द्र में अब तक लगभग 6000 महिलाओं को सेवाएँ प्राप्त हो चुकी है। दल को जानकारी दी गई कि प्रदेश में इस तरह के सात अन्य केन्द्र प्रारंभ करने का निर्णय पूर्व में हो चुका है।

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने राज्य में रोगियों को दिये जाने वाले भोजन की राशि में वृद्धि और नि:शुल्क परिवहन सेवा की सुविधा बढ़ाकर जनसंख्या के एक बड़े वर्ग की आवश्यकता की पूर्ति की है। अस्पतालों में केंसर के उपचार की सुविधा प्रारंभ होने के बाद अब तक करीब 4000 रोगी दर्ज किये गये हैं। चिकित्सकों को केंसर रोग के उपचार का प्रशिक्षण भी दिलवाया जा चुका है। मुफ्त दवाएँ मिलने से ओपीडी में अधिक संख्या में रोगी आ रहे हैं।

प्रदेश में रक्त रोगों से ग्रस्त व्यक्तियों के उपचार के लिये चिकित्सालयों में नि:शुल्क उपचार प्रारंभ हो चुका है। विशेष रूप से थेलेसेमिया और हीमोफीलिया के रोगियों की सुविधाएँ बढ़ाई गई हैं। जिला अस्पतालों में मधुमेह, रक्तचाप, ह्रदय रोग और किडनी रोग से संबंधित रोगियों के लिये भी उपचार व्यवस्था बेहतर की गई है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन जी रहे लगभग 50 लाख व्यक्ति को सालाना इलाज का लाभ दिया जा रहा है। विभिन्न अट्ठारह सेवाओं की गारंटी देकर नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

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