भोपाल, जुलाई 2014/ महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने यूनिसेफ से प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रमों में सक्रिय एवं परिणामोन्मुखी भूमिका निभाने को कहा है। उन्होंने बताया कि उनका विभाग शीघ्र ही पूरे प्रदेश में छोटे बच्चों की परेशानी, दिक्कतें और उनकी अपेक्षाओं को जानने के लिये बाल-सहभागिता कार्यक्रम करने जा रहा है। इसमें यूनिसेफ भी सहयोग करे। श्रीमती सिंह से आज यूनिसेफ के चीफ ट्रैवर क्लार्क ने भेंट की। इस मौके पर यूनिसेफ के संचार विशेषज्ञ अनिल गुलाटी भी उपस्थित थे।

श्रीमती माया सिंह ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में दौरे के समय उन्होंने यह महसूस किया कि बच्चों से संवाद की आवश्यकता है। उनकी भावनाओं एवं अपेक्षाओं को समझा जाना जरूरी है, ताकि उनके मुताबिक हम योजनाएँ बना सकें। इसके लिये पूरे प्रदेश में शीघ्र ही बाल-सहभागिता कार्यक्रम होंगे।

महिला-बाल विकास मंत्री ने यूनिसेफ से कहा कि वे प्रदेश के 5 जिले को महिलाओं और बच्चों के कार्यक्रम क्रियान्वयन की दृष्टि से आदर्श जिले के रूप में विकसित करें ताकि उसका सकारात्मक प्रभाव अन्य जिलों पर भी हो। उन्हों ने यूनिसेफ से तकनीकी सहयोग के साथ ही महिला-बाल विकास के मैदानी अमले को कौशल विकास में मदद देने का आग्रह किया।

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