भोपाल, दिसम्बर 2014/ मध्यप्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की विशेष बेंच में आयोग की अध्यक्ष उषा चतुर्वेदी की अध्यक्षता में 7 प्रकरण की सुनवाई हुई। सुनवाई के पहले आयोग ने पाकिस्तान के पेशावर शहर के आर्मी स्कूल में आतंकवादियों द्वारा बच्चों की जघन्य हत्या पर 2 मिनट का मौन रखा।
सुनवाई में जवाहरलाल नेहरू स्कूल, भेल, भोपाल में तीसरी कक्षा की छात्रा को बस कंडक्टर द्वारा दुर्भावनावश बीच रास्ते में उतारने पर उनके अभिभावक ने आयोग में शिकायत की है। इस पर स्कूल प्रबंधन ने खेद व्यक्त किया। बस के कर्मचारी रामसिंह ने लिखित में माफीनामा दिया है। आयोग के निर्देश पर इस सत्र में जिन्होंने बस फीस चालान से जमा कर दी है, उन्हें इस सत्र में जारी रखने के निर्देश दिये। महर्षि विद्या मंदिर रतनपुर, भोपाल की छात्रा कु. नेहा के पालक ने बस में नहीं बैठने और फीस को लेकर शिकायत की थी। स्कूल प्रबंधन ने फीस और बस व्यवस्था ठीक करने की सहमति दी है।
डी.पी.एस. स्कूल कोलार एवं स्काइलाइन पब्लिक स्कूल, बागसेवनिया और सेंट जार्ज स्कूल, करोंद में यूनीफार्म और स्टेशनरी निश्चित दुकान से खरीदने की शिकायत की गयी है। आयोग ने कहा कि सभी स्कूल कलेक्टर गाइड-लाइन का पालन करें और किसी बच्चे के पालक पर दबाव डालकर यूनीफार्म और स्टेशनरी निश्चित दुकान से खरीदने को विवश न करें।
इसके अलावा महर्षि विद्या मंदिर, सिवनी की अव्यवस्थाओं की शिकायत आयोग से की गयी है। आयोग ने स्कूल प्रबंधन को स्कूल की व्यवस्था ठीक करने के निर्देश दिये।