भोपाल, अगस्त 2015/ मनरेगा श्रमिकों को मजदूरी के जल्द भुगतान के लिए मध्यप्रदेश में गत फरवरी से शुरू किये गये पब्लिक फण्ड मेनेजमेंट सिस्टम को 1 अप्रैल से देश के सभी राज्य में लागू कर दिया गया है। इस प्रणाली से महात्मा गाँधी नरेगा सॉफ्टवेयर के साथ बेंकिंग सिस्टम और पोस्ट ऑफिस का समन्वय कर श्रमिकों को मजदूरी के निर्बाध भुगतान की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा इस प्रणाली का सबसे पहले मध्यप्रदेश में सफलता से उपयोग किया गया है।
इससे पहले मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद द्वारा 1 अप्रैल 2013 से प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक फण्ड मेनेजमेंट सिस्टम के जरिये मनरेगा श्रमिकों को उनके बेंक खातों में मजदूरी का भुगतान सीधे भेजा जा रहा था। इस व्यवस्था को शुरू करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है। प्रदेश के इस नवाचार को जहाँ केन्द्र सरकार ने सराहा, वहीं देश के अनेक राज्य के प्रतिनिधियों ने मध्यप्रदेश आकर इस सिस्टम के जरिए मजदूरी भुगतान व्यवस्था की जानकारी ली। मध्य प्रदेश में सिस्टम की सफलता को देखते हुए सारे देश में मनरेगा श्रमिकों को मजदूरी के निर्बाध भुगतान के लिए ‘पब्लिक फण्ड मैनेजमेंट सिस्टम’ शुरू किया गया है।
नवागत मनरेगा आयुक्त रघुराज एम.आर. ने बताया कि इस प्रणाली के बेहतर क्रियान्वयन और विभिन्न समस्या के समाधान के लिए भोपाल में 10 से 12 अगस्त तक तीन दिवसीय प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला की जा रही है। कार्यशाला में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र, पब्लिक फण्ड मेनेजमेंट सिस्टम तथा मनरेगा के तकनीकी विशेषज्ञ द्वारा मैदानी अमले को पब्लिक फण्ड मेनेजमेंट सिस्टम की बारीकियाँ बतायी जायेंगी। कार्यशाला में मनरेगा के संभागीय प्रबंधक, जिले के एमआईएस प्रभारी, सीनियर डाटा मैनेजर, लेखाधिकारी तथा जिले के किसी एक विकासखण्ड के सहायक लेखाधिकारी एवं अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी भागीदारी करेंगे। प्रशिक्षण कार्यशाला में पब्लिक फण्ड मेनेजमेंट सिस्टम के संदर्भ में ऑनलाईन मॉड्यूल, एफटीओ ट्रेकिंग सिस्टम, मोबाईल मानीटरिंग सिस्टम एवं एम्प्लाई सेलरी डिस्बर्समेंट मॉड्यूल आदि विषय पर चर्चा की जाएगी।
कार्यशाला में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 10 अगस्त को इन्दौर, भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों के प्रतिभागी भाग लेंगे। इसी तरह 11 अगस्त को जबलपुर, ग्वालियर, चंबल संभाग तथा शहडोल संभाग के अनूपपुर जिले के प्रतिभागी प्रशिक्षण मे शामिल होंगे। कार्यशाला में 12 अगस्त को उज्जैन, सागर, रीवा तथा शहडोल संभाग के उमरिया तथा शहडोल जिले के प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।