भोपाल, नवम्बर 2014/ राज्य शासन ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के सहयोग से चलाए जा रहे सेवाकालीन प्रशिक्षण में शिक्षकों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया है। शासन द्वारा निर्णय लिया गया है कि प्रशिक्षण के लिए नामांकित शिक्षक यदि प्रशिक्षण में बिना किसी पर्याप्त कारण और सक्षम स्वीकृति के अनुपस्थित रहता है तो उसके प्रशिक्षण पर व्यय होने वाली राशि की वसूली उससे की जाए। इसके अलावा संबंधित शिक्षक की गोपनीय चरित्रावली पर मतांकन के समय इस स्थिति को ध्यान में रखकर मूल्यांकन किया जायेगा। यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं कि नामांकित शिक्षक द्वारा अस्वस्थता का प्रमाण-पत्र देने पर जिला मेडिकल बोर्ड के सत्यापन के बाद ही उसे स्वीकार किया जाये। शासन ने समस्त जिला शिक्षा अधिकारी को इन निर्देश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा है।