मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में सौर और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने की अपार संभावनाएँ हैं। इस क्षेत्र में काम करने वाली कम्पनियों को हरसंभव सहयोग दिया जायेगा। श्री चौहान आज यहाँ ओआईसी ऑफ कोरिया के प्रतिनिधि-मंडल से चर्चा कर रहे थे। इस मौके पर मुख्य सचिव श्री अंटोनी डिसा एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने की बहुत संभावनाएँ हैं। इस दिशा में प्रदेश में काम भी हो रहा है। रीवा में विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा जो भी व्यक्ति या कम्पनी इस क्षेत्र में काम करने की इच्छुक होगी उसका प्रदेश में स्वागत है। इसमें राज्य शासन द्वारा हरसंभव मदद दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि पवन और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करने के लिये प्रदेश में अनुकूल माहौल है तथा सरकार के नियम और प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हैं।
ओआईसी ऑफ कोरिया के चेयरमेन श्री वू यूनली ने प्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करने में रूचि प्रदर्शित की। उन्होंने बताया कि उनकी कम्पनी सौर पैनल बनाने के क्षेत्र में अग्रणी है। इस दौरान प्रमुख सचिव उद्योग मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव नवीन एवं नवरकणीय ऊर्जा श्री मनु श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस.के. मिश्रा और प्रबंध संचालक ट्रायफेक श्री डी.पी. आहूजा मौजूद थे।