भोपाल, नवम्बर 2014/ मध्यप्रदेश में भारत सरकार द्वारा माह अक्टूबर और नवम्बर में दिये गये यूरिया के आवंटन का 83 प्रतिशत से अधिक प्राप्त हो चुका है। शेष यूरिया दिसम्बर माह के कोटा के साथ प्राप्त होगा। उल्लेखनीय है कि गेहूँ की बोनी के बाद यूरिया उर्वरक की आवश्यकता अधिक होती है।

अधिकारिक जानकारी के अनुसार खण्डवा, मांगलिया, मण्डीदीप/इटारसी, ग्वालियर, हरपालपुर, मुरैना, रतलाम, पिपरिया, पचोर, देवास, पिपरिया/इटारसी, विक्रमनगर के रेक ट्रांजिट में है। प्रतिदिन लगभग 5-6 रेक प्राप्त हो रहे हैं। मांग के अनुसार निरंतर आपूर्ति जारी है।

किसानों को पर्याप्त यूरिया उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार निरंतर केन्द्र सरकार के सम्पर्क में है। रबी के मौसम में किसानों को यूरिया की कमी नहीं होने दी जायेगी।

प्रदेश में रबी फसलों की बोनी का काम तेजी से चल रहा है। अभी तक करीब 60 फीसदी क्षेत्र में बोनी हो चुकी है। बाकी क्षेत्र में कार्य चल रहा है। बोनी के समय डीएपी काम्पलेक्स और एसएसपी उर्वरक की आवश्यकता होती है। प्रदेश में कहीं भी डीएपी की कमी नहीं है। माँग के अनुसार इसकी लगातार पूर्ति हो रही है।

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