भोपाल, जुलाई 2014/ मध्यप्रदेश में इन्फार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नॉलाजी अकादमी की स्थापना की जायेगी। इसके लिये 6 करोड़ की सीड-केपिटल का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा जायेगा। शेष राशि के लिये आई.टी. कम्पनी और स्थानीय उद्यमियों का सहयोग लिया जायेगा। अकादमी के स्वरूप, मॉडल, संचालक-मंडल एवं संगठनात्मक ढाँचे को लेकर हुई कार्यशाला में यह जानकारी दी गई।
कार्यशाला में राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति पीयूष त्रिवेदी, व्ही. स्वामी, डॉ. संध्या चिंटाला सहित विभिन्न उद्योग, संस्थानों एवं तकनीकी शिक्षण संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने विमर्श में भाग लेते हुए उपयोगी सुझाव दिये। संचालन मेप आईटी के ओएसडी कमल जैन ने किया। प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश में तकनीकी शिक्षा में शैक्षणिक विकास एवं फेकल्टी के प्रशिक्षण पर समुचित ध्यान दिया जा रहा है। तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिये विशेषज्ञों की सेवाएँ ली जायेंगी।
सूचना प्रौद्योगिकी सचिव हरिरंजन राव ने अपने प्रेजेन्टेशन में बताया कि राज्य शासन के निर्णय अनुसार आई.सी.टी. अकादमी की स्थापना की जायेगी। इसके जरिये तकनीकी शिक्षा के विद्यार्थियों एवं नियोक्ता के बीच सेतु का काम किया जायेगा। तमिलनाडु में पिछले 5 वर्ष से काम कर रही अकादमी के मॉडल और केरल के मॉडल का अध्ययन किया जा रहा है। अकादमी की स्थापना में निजी उद्योगों के साथ सहयोग को लेकर भी विमर्श किया जा रहा है। भोपाल समेत इंदौर, जबलपुर एवं ग्वालियर में आई.टी. पार्क के विकास एवं विस्तार का काम हो रहा है।
उद्योग आयुक्त व्ही.एल. कांताराव ने कहा कि आई.सी.टी. अकादमी एक थिंक टैंक के रूप में विकसित हो, जो इस क्षेत्र में उपयोगी सुझाव दे सके। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि वर्कशॉप के जरिये उत्कृष्ट विचार, अनुभव एवं सीख को शेयर किया जायेगा।
तमिलनाडु आई.टी.सी. अकादमी के प्रेजेन्टेशन में श्री शिव कुमार ने बताया कि यह सूचना एवं संचार के क्षेत्र में एक अच्छी पहल है। वहाँ फेकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है।