भोपाल, नवम्बर 2014/ मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर यहाँ आयोजित भव्य एवं गरिमामय समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़वानी में जन्मे मध्यप्रदेश के माटी पुत्र विश्व प्रसिद्ध परमाणु वैज्ञानिक डॉ. अनिल काकोदकर को उनकी अभूतपूर्व सेवाओं, उपलब्धियों, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाने के लिये मध्यप्रदेश गौरव सम्मान से अंलकृत किया। मुख्यमंत्री ने राज्य में उत्कृष्ट कार्यों के लिये अधिकारी-कर्मचारियों को भी मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया।

स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्साह से भरपूर संबोधन में नागरिकों का आव्हान किया कि वे अपने नागरिक कर्त्तव्यों का पालन करते हुए मध्यप्रदेश को शक्तिशाली और समृद्ध प्रदेश बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। परिश्रम की पराकाष्ठा तथा प्रयत्नों की परिसीमा के जरिये मध्यप्रदेश को देश का ही नहीं विश्व का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनायें।

श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना है। प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाओं को देखते हुए और पर्यटन के माध्यम से रोजगार निर्माण करने के  लिये वर्ष 2015 को मध्यप्रदेश पर्यटन वर्ष के रूप में मनाया जायेगा। इस दौरान पूरे विश्व का ध्यान प्रदेश के पर्यटन की ओर आकृष्ट किया जायेगा।

श्री चौहान ने कहा कि कभी पिछड़ा कहलाने वाला मध्यप्रदेश अब तेजी से आगे बढ़ रहा है। निवेशकों के लिये आदर्श राज्य बन गया है। आज प्रदेश की आर्थिक वृद्धि दर सबसे ज्यादा 11.08 प्रतिशत है। कृषि विकास में देश सर्वाधिक 24.99 प्रतिशत है। कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे सोयाबीन उत्पादन, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप से विकास का काम करने, जैविक खेती, दलहन उत्पादन, किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कर्ज देने, देश में सबसे बड़े सोलर संयत्र लगाने में मध्यप्रदेश देश में सबसे आगे है। मध्यप्रदेश की प्रगति पर आज हर नागरिक को गर्व होता है। आज प्रदेश दिल्ली को भी बिजली देने में सक्षम है। बिजली, पानी, सड़क के मामले में देश में प्रदेश का नाम है।

श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ की सोच से प्रेरित होकर ‘मेक इन मध्यप्रदेश’ का आव्हान किया है। निवेशक और निर्माण उद्योग के लोग मध्यप्रदेश आयें और यहाँ निर्माण करें। प्रदेश में हर प्रकार की जरूरी अधोसंरचनात्मक व्यवस्था और सुविधाएँ उपलब्ध हैं। हाल ही में संपन्न ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के संदर्भ में कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश के 6.89 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इन प्रस्तावों के क्रियान्वयन से प्रदेश में 17 लाख युवा को नौकरी मिलेंगी

युवा आगे आयें और अपना खुद का उद्योग लगायें। अपनी स्वयं की कंपनी बनायें। रोजगार मांगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनें। इसमें राज्य सरकार पूरा सहयोग करेगी। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में प्रतिभाशाली युवा उद्यमियों को बैंक लोन सहित मार्केटिंग, ब्रांडिंग, तकनीकी सहयोग और मार्गदर्शन देने जैसी अन्य सुविधाएँ भी दी जायेंगी।

मध्यप्रदेश के मूल निवासी जो विदेशों में रह रहे हैं, ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं और नागरिकों का टेलेंट पूल बनाकर प्रदेश के विकास में उनका सहयोग लिया जायेगा। युवाओं को राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सफलता दिलाने के लिये नि:शुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने बताया कि श्रमिक समुदाय के प्रतिभाशाली बच्चों के लिये विशेष स्कूल की स्थापना की जा रही है।

मध्यप्रदेश का 59वां स्थापना दिवस मध्यप्रदेश के राज्योत्सव के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मध्यप्रदेश गान के साथ हुआ। महाकवि कालिदास की कालजयी रचना मेघदूतम् पर केन्द्रित 350 से अधिक कलाकारों की समवेत सांस्कृतिक प्रस्तुति हुई। प्रस्तुति का संयोजन सुश्री मैत्रेयी पहाड़ी द्वारा किया गया। विख्यात संगीतकार विशाल और शेखर के निर्देशन में आकर्षक सांगीतिक प्रस्तुति ने विशाल संख्या में उपस्थित सुधी दर्शकों का मन मोह लिया।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा, कैलाश जोशी, गृह मंत्री बाबूलाल गौर, राजस्व मंत्री रामपालसिंह, महापौर श्रीमती कृष्णा गौर, सांसद आलोक संजर, विधायक सर्वश्री सुरेन्द्र नाथ सिंह, रामेश्वर शर्मा, विश्वास सारंग, विष्णु खत्री और संस्कृति संचालक श्रीमती रेनु तिवारी उपस्थित थे।

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