भोपाल, दिसम्बर 2014/ मध्यप्रदेश को गेहूँ उत्पादन में उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2013-14 के प्रतिष्ठित कृषि कर्मण अवार्ड के लिए चुना गया है। वर्ष 2011 और 2012 में भी मध्यप्रदेश को समग्र खाद्यान्न उत्पादन में श्रेष्ठता के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुका है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश केकिसानों को उन्नत तकनीक और विस्तार सेवाएँ प्रदान करने के लिए समर्पित प्रयास किये जिससे प्रदेश को यह मुकाम हासिल हो सका है। पुरस्कार में दो करोड़ रुपये नगद, ट्रॉफी और प्रशस्ति-पत्र दिया जाता है। शीघ्र ही होने वाले एक समारोह में यह पुरस्कार दिया जायेगा।
कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन में सिंचाई क्षमता में बढ़ोत्तरी, बिजली की उपलब्धता, समय पर खाद-बीज का वितरण, भण्डारण क्षमता में बढ़ोत्तरी, ब्याज रहित कृषि ऋण, गेहूँ, धान और मक्के के उपार्जन पर बोनस जैसे कारणों का महत्वपूर्ण योगदान है।
प्रदेश में 2012-13 में 277 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन के साथ मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर रहा था। इसमें 161 लाख टन गेहूँ उत्पादन शामिल है। प्रदेश लगातार दो अंक की कृषि वृद्धि दर बनाये रखने में सफल हुआ है। देश के खाद्यान्न उत्पादन में प्रदेश का योगदान 11.2 प्रतिशत है। इस प्रकार खाद्यान्न उत्पादन करने वाले उत्तर प्रदेश, पंजाब, आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक और बिहार को मध्यप्रदेश ने पीछे छोड़ दिया है।
कृषि कर्मण पुरस्कार के लिये खाद्यान्न उत्पादन, उत्पादकता, खेती पर व्यय, देश की तुलना में उत्पादकता में बढ़ोतरी, और खाद्यान्न उत्पादन के लिये नवाचारी उपाय जैसे विशेष मापदंड निर्धारित किये गये थे। इन सभी मापदंडों में मध्यप्रदेश ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। वर्ष 2007-08 में खाद्यान्न उत्पादन 128.30 लाख मीट्रिक टन था जो 2012-13 में बढ़कर 277 लाख मीट्रिक टन हो गया है। इसी प्रकार खाद्यान्न की उत्पादकता 2007-08 में 1064 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर थी जो 2012-13 में बढ़कर 1952 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर हो गई है।
मध्यप्रदेश में वर्ष 2013-14 में 174 लाख 78 हजार मीट्रिक टन गेहूँ उत्पादन किया गया। इसमें से 71 लाख 88 हजार मीट्रिक टन गेहूँ समर्थन मूल्य पर उपार्जित किया गया। प्रदेश की मंडियों में कुल 122 लाख 58 हजार मीट्रिक टन गेहूँ किसानों ने बेचा।
मध्यप्रदेश ने गेहूँ की उत्पादकता में विगत वर्ष में 20.15 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हासिल करते हुए 29.76 क्विंटल प्रति हेक्टेयर औसत उत्पादन प्राप्त किया। प्रदेश में 57 लाख हेक्टेयर में गेहूँ की फसल ली जाती है। वर्ष 2012-13 में गेहूँ उत्पादन में हरियाणा और वर्ष 2013-14 में पंजाब को पीछे छोड़कर मध्यप्रदेश देश में दूसरा राज्य बन गया है।