भोपाल, जून 2013/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि परम्परागत कारीगरों का व्यवसाय छिनने नहीं दिया जायेगा। कारीगरों का जीवन स्तर सुधरे और उन्हें सम्मान के साथ रोजगार के अवसर मिले इसके हर-संभव प्रयास किये जायेंगे। प्रदेश के सभी कारीगरों का अभियान चलाकर पंजीयन किया जायेगा। कारीगरों को आधुनिक तकनीक का लाभ मिले और उनका कौशल उन्नयन हो इसके लिये कार्ययोजना बनाई जायेगी।

श्री चौहान यहाँ मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कारीगर पंचायत को संबोधित करते हुए अनेक सौगातों की घोषणा की। वाणिज्य, उद्योग एवं ग्रामोद्योग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव विशेष रूप से उपस्थित थे।

श्री चौहान ने कहा कि कारीगरों का पंजीयन किया जायेगा और उन्‍हें प्रसूति सहायता, विवाह सहायता, चिकित्सा सहायता, छात्रवृत्ति, आकस्मिक मृत्यु पर सहायता योजनाओं का लाभ दिया जायेगा। ग्रामीण हाट में उनके दुकानें आरक्षित की जायेंगी। छोटे कारीगरों को दस हजार रूपये तक की प्रारंभिक पूँजी में पाँच हजार रूपये का अनुदान तथा पाँच हजार रूपये ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। उत्पादों के लिये मार्केटिंग की विस्तृत नीति बनाई जायेगी। कारीगर क्रेडिट योजना पर विचार होगा। घुमक्कड़ और अर्धघुमक्कड़ समुदाय के लिये अलग से पंचायत आयोजित की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कुछ कारीगरों का सम्‍मान भी किया।

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