भोपाल, मई 2015/ राज्य शासन द्वारा 20 से 22 जून, 2015 तक भोपाल में देश और प्रदेश की पहली बाँस इन्वेस्टर्स मीट ‘इन्वेस्टिंग इन ग्रीन गोल्ड” आयोजित की जा रही है। मीट का उद्देश्य बाँस के क्षेत्र में संभावित निवेशकों एवं विशेष निवेश क्षेत्र और प्रोजेक्ट की पहचान, निवेशक मित्र नीति निर्माण, ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था को सुदृढ़ कर बाँस शिल्पियों को उच्च-स्तर का बाजार उपलब्ध करवाना है। राष्ट्रीय बाँस मिशन, मध्यप्रदेश राज्य बाँस मिशन, मध्यप्रदेश ट्राईफेक, संस्थागत वित्त संचालनालय और लघु उद्योग निगम के सहयोग से होने वाली मीट में कॉनफेडरेशन ऑफ इण्डियन इण्डस्ट्री समन्वयक होगा।

मध्यप्रदेश राज्य बाँस मिशन नोडल एजेंसी का काम करने के साथ निवेशकों और बाँस शिल्पियों के मध्य सेतु का भी काम करेगा। ट्रायफेक निवेशकों को सिंगल विण्डो सुविधा सुनिश्चित करेगा। संस्थागत वित्त विभाग प्रोजेक्ट के प्रादर्श तय करने जैसे पीपीपी, मेनेजमेंट अनुबंध या स्वतंत्र प्रोजेक्ट में सलाह देगा। मध्यप्रदेश लघु उद्योग निगम को बाँस शिल्प उन्नयन की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

मध्यप्रदेश देश का सबसे बड़ा बाँस उत्पादक राज्य है। बाँस आधारित आजीविका के लिये यहाँ प्रचुर संभावनाएँ हैं। आर्थिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण बाँस ‘डेन्ड्रोकेल्मस स्ट्रिक्टस” प्रदेश के लगभग सभी जिले में उगाया जाता है। मीट से बाँस उत्पादक, बाँस शिल्पी, बाँस उद्यमी को एक मंच मिलने के साथ ही देश-विदेश से आने वाले बाँस निवेशकों, उद्यमियों ओर विशेषज्ञों से रू-ब-रू होने का मौका मिलेगा। बाँस उद्योग में नवाचार के साथ परम्परागत बाँस शिल्प का भी उत्थान होगा।

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