भोपाल, दिसम्बर 2015/ मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा की अध्यक्षता में मंत्रालय में राज्य-स्तरीय परामर्शदात्री समिति की बैठक हुई। मुख्य सचिव ने कहा कि शासन और कर्मचारी वर्ग के मध्य निरंतर संवाद होना चाहिये। उन्होंने निर्देश दिए कि समिति की नियमित बैठकें आयोजित की जायें। बैठक में विभिन्न कर्मचारी संगठन की ओर से मुख्य सचिव एवं प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन का बैठक के लिए आभार व्यक्त किया गया।
बैठक में राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेशचंद्र शर्मा सहित विभिन्न मान्यता प्राप्त संगठन के पदाधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य सचिव के समक्ष सभी संगठनों की ओर से सुझाव प्रस्तुत किये गये। उन्होंने कर्मचारी हित में निर्णय के लिए विभिन्न मुद्दों का परीक्षण करवाने की बात कही। कहा कि वेतनमान, संविदा सेवा शर्तों, अनुकंपा नियुक्ति, अवकाश नगदीकरण, समयमान वेतनमान और क्रमोन्नति, एरियर राशि के भुगतान, विभिन्न संवर्ग के कार्य स्वरूप के संबंध में वर्तमान स्थिति और प्राप्त सुझावों के संदर्भ में आवश्यक निर्णय विचार के बाद लिए जायेंगे। बैठक में शिक्षकों को शैक्षणिक कार्य के अतिरिक्त दिये गये दायित्व और स्वास्थ्य कार्यकर्त्ताओं को ग्रामीण क्षेत्र भत्ते, कार्यभारित वाहन चालक, पटवारी, निर्माण विभागों के लेखापाल और अन्य संवर्ग की विशेष समस्याओं पर भी चर्चा हुई। मुख्य सचिव ने कहा कि विभिन्न विसंगतियाँ दूर की जायेंगी। उन्होंने शिक्षा विभाग को पेंशन के अंशदान के भुगतान करने के निर्देश दिये।
अपर मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा एस आर मोहंती, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन एम. के. वार्ष्णेय, विभिन्न विभाग के प्रमुख सचिव, सचिव और अन्य अधिकारी बैठक में उपस्थित थे