भोपाल, मई 2015/ परम्परागत व्यवसायों में हुनरमंद निर्माण श्रमिकों के कौशल प्रमाणीकरण के लिये मंत्रालय में मध्यप्रदेश व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण परिषद (एम.पी.सी.वेट.) के सीईओ श्री एम. सिबि चक्रवर्ती ने स्टार प्रोजेक्ट, भास्कर फाउण्डेशन, आई.एल. एण्ड एफ.एस. तथा मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के साथ एम.ओ.यू. किया। इस मौके पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता और प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्री संजय सिंह उपस्थित थे।
तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि सुनियोजित कार्य-योजना बनाकर समय-सीमा में कार्य करें। उन्होंने कहा कि यथा-संभव 9 जून को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चयनित श्रमिकों को प्रमाण-पत्र वितरित किये जायेंगे।
योजना
योजना में पहले एम.पी.सी.वेट. और मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल मिलकर श्रमिकों का रजिस्ट्रेशन करेंगे। रजिस्ट्रेशन के बाद एन.एस.डी.सी. में इम्पेनल्ड स्टार प्रोजेक्ट द्वारा चिन्हित कार्य-स्थलों पर श्रमिकों का एसेसमेंट किया जायेगा। एसेसमेंट में निर्धारित मापदण्डों में सफल श्रमिकों को प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। निर्धारित मापदण्ड पूरा नहीं करने वाले श्रमिकों को कार्य-स्थल पर ही प्रशिक्षण दिलवाया जायेगा। प्रशिक्षण 120 घंटे का होगा। प्रशिक्षण के दौरान इन्हें मजदूरी भी दी जायेगी। प्रमाण-पत्र कंस्ट्रक्शन स्किल डेव्हलपमेंट काउंसिल ऑफ इण्डिया द्वारा दिये जायेंगे।
प्रथम चरण में 5000 श्रमिक का प्रमाणीकरण करना है। इसके लिये अभी भोपाल और इंदौर में 16 कार्य-स्थल चिन्हित किये गये हैं। चिन्हित श्रमिकों को उनके हुनर अनुसार 8 ट्रेड में प्रशिक्षण दिलवाया जायेगा। श्री गुप्ता ने कहा कि एसेसमेंट के बाद तुरंत प्रशिक्षण प्रारंभ कर दिया जाये।