भोपाल, नवम्बर 2014/ प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी में दिसंबर के आखिरी हफ्ते में पारंपरिक पचमढ़ी उत्सव का आयोजन होगा। उत्सव से जुड़े विभिन्न पहलु पर आज मंत्रालय में बैठक में विस्तृत चर्चा हुई।
मुख्य सचिव अन्टोनी डिसा ने उत्सव में स्थानीय लोक संस्कृति पर केन्द्रित सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के निर्धारण के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि पचमढ़ी के प्राकृतिक सौंदर्य के अनुरूप सभी कार्यक्रम एवं विभिन्न आयोजन-स्थल आंचलिक प्रभाव लिए हुए होना चाहिए। बताया गया कि उत्सव की शुरुआत रंगोली स्पर्धा, मेराथन और लोक शिल्पों के मेले से और समापन आर्मी बेंड की मनमोहक प्रस्तुति से होगा। उत्सव के दौरान रोमांचकारी खेल भी होंगे। इनमें पेरासेलिंग, बाइक राइडिंग, रॉक क्लाइंबिंग, वैली क्रासिंग, स्काय वॉचिंग और हावर क्राफ्ट जैसी गतिविधियाँ होंगी। पतंगबाजी, व्यंजन मेला और आंचलिक जनजातीय लोक नृत्य भी उत्सव का हिस्सा बनेंगे। होशंगाबाद जिला प्रशासन और होशंगाबाद टूरिज्म प्रमोशन कांउसिल के इस आयोजन में पर्यटन और संस्कृति विभाग भी सहयोग करेंगे।
मुख्य सचिव ने मध्यभारत के सर्वाधिक ऊँचाई पर स्थित 18 होल के विशिष्ट गोल्फ मैदान को पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाने के निर्देश दिए। पचमढ़ी के राजभवन में बिलियर्डस खेल की भी सुविधा है। गोल्फ एवं बिलियर्डस खेलने के इच्छुक पर्यटकों एवं स्थानीय निवासियों को आवश्यक सुविधा देने पर भी विचार किया गया ।
पचमढ़ी स्थित शासकीय रेशम केंद्र बाहरी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होता है। यहाँ धागों एवं वस्त्र निर्माण की प्रक्रिया देखने की आवश्यक व्यवस्था की जाएगी। उल्लेखनीय है कि पचमढ़ी में गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और अन्य प्रांत से काफी संख्या में लोग पर्यटन के लिए आते हैं।