भोपाल, दिसम्बर 2014/ अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त तानसेन संगीत समारोह 12 से 15 दिसम्बर के दौरान तानसेन समाधि परिसर, हजीरा, ग्वालियर में होगा। समारोह का शुभारंभ 12 दिसम्बर सुबह 9.30 बजे हरिकथा मीलाद में होगा। तानसेन समारोह की प्रथम सभा शाम 7 बजे प्रारंभ होगी। पण्डित प्रभाकर कारेकर मुम्बई को संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा तानसेन सम्मान से विभूषित करेंगे। श्री कारेकर को सम्मान के रूप में दो लाख की सम्मान राशि, सम्मान-पट्टिका, शाल एवं श्रीफल से नवाजा जायेगा।
गोवा निवासी पण्डित प्रभाकर कारेकर शास्त्रीय संगीत क्षेत्र में एक गायक के रूप में समूचे देश के संगीतिक परिदृश्य पर एक सुपरिचित व्यक्तित्व है। उन्होंने संगीत की शिक्षा पण्डित सुरेश इलरनकर से और पण्डित जितेन्द्र अभिषेकी से ग्रहण की। उन्हें भारत सरकार की राष्ट्रीय छात्रवृत्ति भी प्राप्त हुई। श्री कारेकर ग्वालियर और आगरा घराना के सुप्रसिद्ध आचार्य पण्डित सी.आर. व्यास के संरक्षण में साधनारत रहे। उन्होंने विभिन्न घरानों की कलात्मक विशेषताओं को आत्मसात कर अपनी निजी और विशिष्ट शैली की रचना की है। आकाशवाणी के ‘ए’ ग्रेड के कलाकार पण्डित कारेकर के संगीत के अनेक ग्रामोफोन रिकार्ड एवं आडियो केसेट बन चुके हैं। इंग्लेण्ड, अमेरिका और खाड़ी देशों की संगीत यात्राओं से उन्होंने अच्छी ख्याति अर्जित की है।
माधव संगीत महाविद्यालय के छात्रों के ध्रुपद गायन से सभा शुरू होगी। इसके बाद श्री कारेकर अपनी प्रस्तुति देंगे। इसी सभा में पार्थो बोस (कलकत्ता) का सितार-वादन होगा। सभा का समापन श्री रामकुमार मलिक के ध्रुपद गायन से होगा।