भोपाल, जुलाई 2014/ विधानसभा निर्वाचन की तरह आगामी पंचायत आम निर्वाचन में अभ्यर्थियों से नाम निर्देशन-पत्र के साथ शपथ-पत्र लिया जायेगा। गैर-राजनैतिक सामाजिक संगठन चुनाव के पूर्व, चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद भी स्थानीय स्व-शासन को मजबूत करने के लिये काम करेंगे। यह बातें मतदाता जागरूकता कार्यक्रम (सेन्स) में राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों और गैर-राजनैतिक सामाजिक संगठनों के साथ हुई परिचर्चा में बताई गई।

आयोग के उप सचिव बुद्धेश वैद्य ने पंचायत निर्वाचन प्रक्रिया एवं कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि संगठन त्रुटिरहित मतदाता सूची बनवाने में सहयोग करें। सिर्फ पंच का चुनाव मत पत्र से होगा। जिला और जनपद पंचायत सदस्य और सरपंच पद का चुनाव ईवीएम से होगा। इस चुनाव में मतगणना विकासखण्ड, तहसील और जिला स्तर पर की जायेगी। पहले मतदान केन्द्र पर ही मतगणना होती थी।

श्री वैद्य ने बताया कि आगामी पंचायत आम निर्वाचन की फोटोयुक्त मतदाता सूची आयोग की वेबसाइट में उपलब्ध रहेगी। इसमें मतदाता अपना नाम देख सकता है। मतदाताओं को मतदाता पर्ची भी उपलब्ध करवाई जायेगी।

गैर-राजनैतिक सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी ने बताया कि प्रदेश में 35 जिलों के 134 विकासखण्ड में सामाजिक संस्थाओं ने जागरूकता अभियान में सहभागिता की कार्ययोजना बनाई है। शेष विकासखण्ड में भी सक्रिय सामाजिक संस्थाओं से सहयोग लिया जायेगा। इसके लिये प्रदेश स्तर पर कार्य समूह बनाया जायेगा। प्रयास होगा कि पंचायत निर्वाचन में अभ्यर्थियों के नामांकन-पत्र रद्द नहीं हो तथा मतदान का प्रतिशत अधिकतम हो।

परिचर्चा में राज्य योजना आयोग छत्तीसगढ़ के उपाध्यक्ष सुनील कुमार, पूर्व मुख्य सचिव एस.सी. बेहार, गैर-राजनैतिक सामाजिक संगठन डिबेट के अमिताभ सिंह, समावेश के डॉ. सेहाग, एक्शन एड के नरेन्द्र सहित अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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