इंदौर, अक्‍टूबर 2012/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से यहाँ ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन निवेश के इच्छुक कई उद्योग समूहों के संचालकों से वन टू वन चर्चा की और निवेश प्रस्तावों पर प्रारंभिक विचार-विमर्श किया। उद्योगपतियों ने अपनी आवश्यकता, अपेक्षाएं बताईं।

मुख्यमंत्री ने निवेशकों को बताया कि निवेश से संबंधित मुददों का तत्काल समाधान करने के लिये संभाग आयुक्तों और कलेक्टरों को भी सप्ताह में एक दिन उद्योग समूहों के प्रतिनिधियों और निवेशकों के साथ चर्चा के लिये समय तय करने के निर्देश दिये जायेंगे। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हर सोमवार को भोपाल में उपलब्ध रहने के दौरान उद्योगपतियों से मुलाकात करते हैं। श्री चौहान ने कहा कि उद्योग स्थापना संबंधी औपचारिकताओं को समय-सीमा में पूरा करने के लिये भी कानूनी व्यवस्था की जायेगी।

दावत समूह के प्रबंध संचालक श्री वी के अरोरा ने प्रदेश में 200 करोड़ के निवेश की इच्छा जाहिर की। उनका कहना था कि प्रदेश में कृषि उत्पादन में हो रही गुणात्मक वृद्धि को देखते हुए प्रतिवर्ष नई इकाई स्थापित की जा सकती है।

कोका कोला समूह के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री टी. कृष्ण कुमार ने प्रदेश में विश्व-स्तरीय प्लांट लगाने के प्रस्ताव पर चर्चा की।

रियो टिंटो समूह के श्री तरूण मलखानी के नेतृत्व में हीरा व्यापार और आभूषण निर्माण में काम कर रही वाली इकाइयों के प्रतिनिधि-मंडल ने मुख्यमंत्री से भेंट की। प्रतिनिधि-मंडल ने हीरा तराशने और आभूषण बनाने के साथ-साथ इस क्षेत्र के लिये मानव-शक्ति तैयार करने के संबंध में चर्चा की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस नये क्षेत्र में भी व्यापार और रोजगार की व्यापक संभावनाएँ हैं। इस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों की टीम सूरत जाकर डायमंड कटिंग एवं पालिशिंग के परिदृश्य का आकलन करेगी। रियो टिंटो समूह ने बताया कि समूह की आस्ट्रेलिया में हीरे की खदान से दो करोड़ डायमंड भारत आने वाले हैं। बुंदेलखण्ड की बंदर परियोजना से भी गुणवत्तापूर्ण हीरे अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बना चुके हैं।

मुख्यमंत्री को यू.के. के डिप्टी हाई कमिश्नर पीटर बकिंधम के नेतृत्व में ब्रिटिश सरकार के अंतर्राष्ट्रीय विकास विभाग के प्रतिनिधि-मंडल ने बताया कि कई कंपनियाँ अधोसंरचना के क्षेत्र में निवेश करना चाहती हैं। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन, शिक्षा, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश की व्यापक संभावनाएँ हैं। श्री बकिंघम ने श्री चौहान को यू.के. की यात्रा का आमंत्रण दिया।

रेनबक्सी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अरूण साहनी ने मालनपुर क्षेत्र में रेनबक्सी का विस्तार करने की चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि विस्तार के लिये औद्योगिक निवेश नीति के अनुसार हर संभव सहायता दी जायेगी।

केडबरी समूह के भारत एवं दक्षिण एशिया के अध्यक्ष श्री आनंद कृपालु ने कहा कि पूरे उद्योग समूह को मध्यप्रदेश के नेतृत्व में विश्वास है। केडबरी समूह ने फूड टेक्नालाजी के क्षेत्र में युवाओं को प्रशिक्षण देने में सरकार के साथ मिलकर काम करने की इच्छा व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मालनपुर में सभी सुविधाएँ दी जायेंगी। श्री कृपालु ने मुख्यमंत्री के विकास की सोच और औद्योगिक विकास के लिये निवेश आमंत्रित करने की पहल की सराहना की। श्री चौहान ने कहा कि उद्योगों की स्थापना से संबंधित सभी मुद्दों का समय पर निराकण किया जायेगा।

जय बाबा सीमेंट के श्री विजय झवर ने सरकार की पारदर्शी प्रक्रियाओं की सराहना की और राजगढ़ में 100 मेगावाट सोलर ऊर्जा संयत्र स्थापित करने के प्रस्ताव पर चर्चा की। श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार सोलर ऊर्जा को बढावा दे रही हैं। इस क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

प्रेस्‍टीज इंस्टीटयूट आफ मैनेजमेंट के समूह प्रंबंध संचालक डॉ. डेविश जैन मध्यप्रदेश के बडे नगरों में विश्वविद्यालय स्थापित करने के संबध में रूचि दिखाई। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में वे प्रदेश के किसी एक बड़े नगर में 100 करोड़ रूपये का निवेश कर विश्व विद्यालय स्थापित करना चाहते हैं।

इसके पहले मुख्यमंत्री से एमटेक माइनिंग और मेटल लिमिटेड ने मुलाकात की। यह कंपनी कटनी में 9000 करोड़ रूपये के निवेश से आटो कंपोनेंट का प्लांट लगाना चाहती है। प्लांट में 9000 लोगों को रोजगार मिलेगा। श्री चौहान से अम्बुजा सीमेंट के श्री सुरेश कुमार, एसीसी सीमेट के श्री राजीव प्रसाद ने भी चर्चा की।

जापान के काउंसिल जनरल कियोशी आशाको ने जेट्रो के माध्यम से निवेश की मंशा जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि जापान की कंपनियाँ निवेश करती हैं तो उन्हें विशेष क्षेत्र उपलब्ध करवाने पर विचार किया जा सकता है।

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