भोपाल, नवंबर 2012/ गम्भीर जल संकट से जूझते मालवा अंचल के लिए नर्मदा का जल उपलब्ध करवाने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की परिकल्पना के साकार होने की बुनियाद 29 नवम्बर 2012 को डलेगी। इस दिन पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी नर्मदा-क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना के निर्माण कार्य का ग्राम उज्जैनी जिला इंदौर में शुभारंभ करेंगे। क्षिप्रा उद्गम-स्थल उज्जैनी में शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ ही संसद सदस्य अनंत कुमार, प्रभात झा, उज्जैन जिला प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री के.एल. अग्रवाल सहित अन्य जन-प्रतिनिधि और विशिष्टजन उपस्थित रहेंगे।
ग्राम उज्जैनी में पूर्वान्ह 10:30 बजे निर्माण कार्य के शुभारंभ के बाद श्री आडवाणी, श्री शिवराज सिंह चौहान और अन्य अतिथि उज्जैन आयेंगे। उज्जैन में रामघाट और महाकालेश्वर मंदिर में नर्मदा जलाभिषेक के बाद दोपहर डेढ़ बजे नानाखेड़ा स्टेडियम में समारोह को संबोधित करेंगे।
नर्मदा-क्षिप्रा सिंहस्थ लिंक परियोजना मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मालवा को नर्मदा जल उपलब्ध करवाने की उस महती परियोजना की ध्वजवाहक योजना है जिसमें नर्मदा का जल मालवा की क्षिप्रा, गम्भीर, पार्वती और कालीसिंध नदियों में प्रवाहित किया जायेगा। प्रथम चरण में ओंकारेश्वर परियोजना के सिसलिया तालाब से पाँच क्यूमेक जल उद्वहन कर क्षिप्रा उद्गम स्थल पर छोड़ा जायेगा। इससे क्षिप्रा अंचल के 150 से अधिक गाँव को पेयजल सुलभ होगा और उज्जैन की पेयजल समस्या के साथ ही सिंहस्थ पर्व के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध होगा।
नर्मदा मालवा लिंक के सभी चरण पूर्ण हो जाने पर मालवांचल में 17 लाख एकड़ क्षेत्र में सिंचाई सुलभ होगी वहीं 70 कस्बे और 3000 गाँव को पीने का पानी मिलेगा। इसके अतिरिक्त मालवांचल की औद्योगिक जल की आवश्यकता की पूर्ति भी हो सकेगी।