भोपाल, दिसम्बर 2015/ अब नये आई टी आई बनाने के लिए 3 करोड़ 50 लाख रूपये स्वीकृत करने पर विचार किया जा रहा है। इसमें से एक करोड़ रूपये प्री-फेब्रिकेटेड आईटीआई भवन के लिए होंगे। केन्द्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री राजीव प्रताप रूड़ी ने यह बात मॉडल आईटीआई के निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने प्रशिक्षक प्रशिक्षण केंद्र भोपाल और कौशल विकास केंद्र साँची का भी अवलोकन किया।
श्री रूड़ी ने कहा कि आईटीआई का महत्व पुनस्थापित करने के लिए इनकी रेंकिंग और मानकीकरण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन इंजीनियरिंग कालेजों में बच्चे प्रवेश नहीं ले रहे हैं, उन्हें मल्टी स्किल डेव्हलपमेंट सेंटर के रूप में विकसित किया जाय। श्री रूड़ी ने गाँव के युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए मध्य प्रदेश शासन द्वारा खोले गये कौशल विकास केंद्रों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आईटीआई में उद्योग स्पेसिफिक उपकरण रखना चाहिये।
प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्री संजय सिंह ने कॉल कारीगर एवं कारीगर समृद्धि योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान संचालक कौशल विकास श्री एम. सिबि चक्रवर्ती और अतिरिक्त संचालक श्री जी.एन. अग्रवाल भी उपस्थित थे।