भोपाल, मई 2015/ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसी भी लक्ष्य को पाने के लिये धैर्य जरूरी है। सफलता और असफलता दोनों में समान रहे। दृष्टिकोण में बदलाव लाकर जीवन में अदभुत परिवर्तन किया जा सकता है। मुख्यमंत्री यहाँ राज्य-स्तरीय अभिप्रेरणा महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रख्यात चिंतक और विचारक सुरेश सोनी ने संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मन में संकल्प कर लें तो हर काम संभव है। इतिहास बनाने का काम मनुष्य ने ही किया है। मनुष्य अनंत शक्ति का भंडार है। दुनिया में उसके लिये कोई काम असंभव नहीं है। संकल्प मजबूत हो तो राह मिल जाती है। मनुष्य जैसा सोचता है वैसा बन जाता है। हर व्यक्ति में क्षमता है उसे केवल उसका ज्ञान होना चाहिये। बेहतर काम के लिये तन्मयता, लगन और दृष्टिकोण जरूरी है। उन्होंने युवाओं से कहा कि भारत के निर्माण में बेहतर योगदान करें।
कार्यक्रम में अध्यक्षता भोपाल मेला उत्सव समिति के रमेशचंद्र अग्रवाल ने की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में जागरण गीत की सी.डी., पुस्तक-व्यक्तित्व विकास के विभिन्न आयाम और भारतीय दैनंदिनी का विमोचन किया।
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि युवाओं में उत्साह भरने और उन्हें जीवन जीने की कला सिखाने के उद्देश्य से व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ स्थापित किये गये हैं। आत्मीयता से इसका संचालन करें। कालेज में सिर्फ किताबें नहीं पढ़ायें। किताबों के साथ ही देश की महान परंपराओं के बारे में भी बतायें। उन्होंने कम समय में प्रकोष्ठ के समन्वयक के रूप में उल्लेखनीय कार्य किया है। व्याख्यानमाला में विद्यार्थियों को भी बोलने का मौका दिया जाय। उन्होंने बताया कि निजी कॉलेजों में भी स्वेच्छा से प्रकोष्ठ गठित हो रहे हैं।
चिंतक एवं विचारक सुरेश सोनी ने कहा कि शिक्षा का जितना विस्तार हो रहा है, उतना ही मूल्यों का ह्रास हो रहा है। मनुष्य मशीन बना सकता है लेकिन मशीन मनुष्य नहीं बना सकती। आधुनिक शिक्षा के साथ ही पारंपरिक मूल्यों एवं संस्कृति की शिक्षा भी जरूरी है। मध्यप्रदेश में व्यक्त्वि विकास प्रकोष्ठ के माध्यम से इस दिशा में किये जा रहे कार्य अन्य राज्यों के लिए भी अनुकरणीय होंगे।
श्री रमेशचन्द्र अग्रवाल ने कहा कि भास्कर समूह पूरे प्रदेश में इस कार्य में सहयोग करेगा। वर्तमान में विद्यार्थी केवल रोजगार के लिए शिक्षा ग्रहण करता है। राज्य समन्वयक सुरेंद्र बिहारी गोस्वामी ने प्रकोष्ठ की गतिविधियों की जानकारी दी।
कार्यक्रम में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी और सिद्धभाऊ भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्रदेश के महाविद्यालयों से आये 500 प्रकोष्ठ समन्वय विद्यार्थी उपस्थित थे। अंत में आभार प्रदर्शन विजय अग्रवाल ने किया।