भोपाल, अक्टूबर 2014/ प्रदेश में रोशनी के पर्व के तीन दिन पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बिजली आपूर्ति का नया कीर्तिमान स्थापित हुआ। गत 23 अक्टूबर को दीपावली के दिन प्रदेश में 1771 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति हुई। पिछले वर्ष दीपावली के दिन प्रदेश में 1735 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई थी। इस वर्ष दीपावली के दिन प्रदेश में बिजली की अधिकतम मांग 7901 मेगावाट रही, वहीं पिछले वर्ष इस दिन बिजली की अधिकतम मांग 7892 मेगावाट दर्ज की गई थी।
ऊर्जा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, प्रमुख सचिव ऊर्जा आई. सी. पी. केशरी और एम पी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक मनु श्रीवास्तव ने प्रदेश की सभी बिजली कंपनियों के अभियंताओं तथा कर्मियों को रोशनी के पर्व पर सतत् बिजली उत्पादन और सुचारू बिजली आपूर्ति करने के लिए बधाई दी है ।
नरक चौदस (22 अक्टूबर) को प्रदेश में रोशनी पर्व के तीन दिन में सर्वाधिक बिजली की आपूर्ति 1799 लाख यूनिट की गई। पिछले वर्ष नरक चौदस को 1778 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई थी। उल्लेखनीय है कि रोशनी पर्व के पहले दिन धन तेरस (21 अक्टूबर) को प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में अधिक बिजली की आपूर्ति की गई। इस दिन प्रदेश में 1759.35 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति सफलतापूर्वक की गई। पिछले वर्ष धन तेरस के दिन प्रदेश में 1742 लाख यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई थी ।
प्रदेश में दीपावली के दिन मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के ताप विद्युतगृहों का उत्पादन 2306 मेगावाट और जल विद्युतगृहों का उत्पादन 445 मेगावाट रहा। इंदिरा सागर जल विद्युतगृह से 495, ओंकारेश्वर जल विद्युत परियोजना से 203 और सरदार सरोवर परियोजना से प्रदेश को 56 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई। वहीं सेंट्रल सेक्टर से 2333, डीवीसी से 314 और सेंट्रल सेक्टर के बदरपुर थर्मल पावर प्लांट से प्रदेश को 183 मेगावाट बिजली मिली । निजी विद्युत उत्पादकों सासन, जेपी बीना, जेपी निगरी, बीएलए, लेंको अमरकंटक और टोरेण्ट से प्रदेश को इस दौरान 1616 मेगावाट बिजली प्राप्त हुई । प्रदेश को अन्य स्त्रोतों से भी 50 मेगावाट बिजली मिली ।