भोपाल, जून 2013/ केदारनाथ में प्राकृतिक आपदा में फँसे मध्यप्रदेश के तीर्थ-यात्रियों के पहले जत्थे को लेकर बोइंग विमान आज शाम भोपाल पहुँचा। मध्यप्रदेश शासन और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रतिनिधि के तौर पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने यात्रियों का राजाभोज विमानतल पर पुष्पहारों से आत्मीय स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह भी उपस्थित थीं।
भोपाल पहुँचे तीर्थ-यात्रियों में जबलपुर के 77 यात्री को 2 बस द्वारा जबलपुर रवाना किया गया। इसके साथ ही सीहोर के 22, सागर के 12, शाजापुर के 7, रतलाम के 38, इंदौर, दतिया, हरदा के एक-एक, खरगोन के दो और उज्जैन के दो यात्री को वाहनों से उनके घरों के लिये रवाना किया गया है।
प्रकृति की विभीषिका झेलकर आये यात्रियों ने हरिद्वार में मध्यप्रदेश शासन के राहत शिविर में मिली सहायता की सराहना की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नसरूल्लागंज सीहोर के मंडी डायरेक्टर शिवनारायण मीणा, रतलाम की कक्षा 12वीं की छात्रा हिमॉगनी शर्मा, रतलाम के ही काशी विश्वनाथ शिव मंदिर के पं. ललित शर्मा से विमानतल पर मोबाइल पर बातचीत कर उनके हाल जाने।
गौरतलब है कि धर्मस्व मंत्री लक्ष्मीकान्त शर्मा ने देहरादून में उत्तराखण्ड त्रासदी में फँसे यात्रियों को बोइंग विमान से भोपाल के लिए रवाना किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी वहां मौजूद थीं।
एक और विमान भेजें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उत्तराखंड आपदा राहत व्यवस्थाओं की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि तीर्थ-यात्रियों को लाने के लिये 70 सीट वाले एक और विमान की व्यवस्था की जाए। उत्तराखंड गये तीर्थ-यात्रियों की सूची जिलेवार कलेक्टरों के माध्यम से तैयार की जाए।