भोपाल, अक्टूबर 2014/ डिफेन्स इंडस्ट्री सहित अन्य क्षेत्रों के इलेक्ट्रानिक उत्पादों से संबंधित उद्योगों के लिए मध्य प्रदेश आदर्श राज्य है। यह बात ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन आज इलेक्ट्रानिक सिस्टम डिजाइन एण्ड मेन्यूफेक्चरिंग (ई एस डी एम) विषय पर हुए सेक्टोरल सेमीनार में विशेषज्ञों ने कही। चर्चा के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह भी उपस्थित रहे।
ब्रह्मोस मिसाइल के फाउण्डर प्रो. ए.एस. पिल्लई ने कहा कि डिफेन्स इलेक्ट्रानिक्स एक नया उभरता हुआ क्षेत्र है। इसके विकास के लिए मध्य प्रदेश में बहुत अनुकूल परिस्थितियाँ और अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि दिनों-दिन इलेक्ट्रानिक्स क्षेत्र का महत्व बढ़ता जा रहा है। अगला युद्ध अगर हुआ तो इलेक्ट्रानिक आधारित ही होगा। उन्होंने कहा कि डिफेन्स रिसर्च डेव्हलपमेंट आर्गेनाइजेशन (डी आर डी ओ) ग्वालियर में कार्यरत है। वहाँ डिफेन्स इलेक्ट्रानिक उद्योगों का अच्छा विकास हो सकता है। देश की रक्षा के लिए इलेक्ट्रानिक उत्पादों की बहुत जरूरत है। उन्होंने ब्रह्मोस और अग्नि मिसाइल कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इनमें उपयोग किया जाने वाला इलेक्ट्रानिक से संबंधित एक भी आयटम मध्य प्रदेश में नहीं बन रहा। उन्होंने उद्यमियों से कहा कि वे इस क्षेत्र पर ध्यान देते हुए मध्य प्रदेश में निवेश करें। इस संदर्भ में उन्होंने मध्य प्रदेश की निवेश-हितैषी नीतियों तथा अनुकूल अवसरों के बारे में विस्तार से बताया।
भारत सरकार में संयुक्त सचिव, इलेक्ट्रानिक्स डॉ. अजय कुमार ने कहा कि बीते वर्षों में भारत की अर्थ-व्यवस्था में सूचना प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका रही। अब इलेक्ट्रानिक्स भारत की अगली शक्ति होगी। उन्होंने देश में इलेक्ट्रानिक्स उद्योगों को दी जाने वाली और विचाराधीन सुविधाओं तथा रियायतों पर प्रकाश डाला और कहा कि वर्ष 2020 तक इलेक्ट्रानिक आयात को शून्य स्तर तक ले जाने का लक्ष्य है। इसमें मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। भारत के पहले दो इलेक्ट्रानिक मेन्युफेक्चरिंग क्लस्टर्स का शिलान्यास मध्य प्रदेश में हो चुका है।उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रानिक उत्पादन में अच्छा कार्य करने वाली औद्योगिक इकाइयों के लिए भारत सरकार द्वारा शीघ्र ही राष्ट्रीय पुरस्कार स्थापित किये जायेंगे। उन्होंने मध्य प्रदेश की अन्य खूबियों पर चर्चा करते हुए यहाँ उपलब्ध पर्याप्त मानव संसाधन और प्रतिभाशाली युवाओं की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए इलेक्ट्रानिक्स कौशल विकास कार्यक्रम भी शुरू किया गया है।
सत्र में समूह चर्चा के दौरान सचिव सूचना प्रौद्योगिकी श्री हरिरंजन राव ने प्रसिद्ध उद्योगपति श्री टी. वासु से इलेक्ट्रानिक्स उद्यमियों के समक्ष चुनौतियों के बारे में पूछा। श्री वासु ने बताया कि इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों की लगातार घटती कीमत एक बड़ी चुनौती है, जिससे उद्यमियों में अनिश्चितता का भाव रहता है। उन्होंने इस विषय में और भी महत्वपूर्ण बातें बतायी।