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वर्षों से जिस जमीन पर झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं, उस जमीन का पट्टा दिया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने यह बात ग्वालियर में एकीकृत आवास एवं मलिन बस्ती विकास कार्यक्रम में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिये बनाये गये एन्क्लेव के लोकार्पण समारोह में कही। उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर 102 जरूरतमंद परिवार को पक्के मकान की चाबी सौंपी। रुपये 84 करोड़ 42 लाख की लागत से 128 आवास का निर्माण करवाया गया है।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की सरकार सबसे पहले उसकी है, जो सबसे पीछे है। सरकार संकल्पित है कि हर परिवार को छत मिले और कोई भी व्यक्ति भूखा न सोये। सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2022 तक हर गरीब का अपना आवास हो। इस लक्ष्य को पाने के लिये सरकार आईएचएसडीपी योजना में मकान बनाने के लिये ढाई लाख का अनुदान दे रही है। निजी भागीदारी से भी आवासीय योजनाओं को मूर्तरूप दिया जायेगा।

 

सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिये आय-सीमा हुई एक लाख 20 हजार

 

मुख्यमंत्री ने युवाओं को स्वावलंबी बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के विद्यार्थियों की पढ़ाई का खर्च सरकार उठायेगी। श्री चौहान ने बताया कि अनुसूचित-जाति, अनुसूचित-जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग की तरह आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति दी जा रही है। सामान्य वर्ग के बच्चों को छात्रवृत्ति देने के लिये परिवार की वार्षिक आय-सीमा 55 हजार से बढ़ाकर एक लाख 20 हजार कर दी गयी है।

 

श्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर को सुंदरतम शहर बनाया जायेगा। अमृत योजना में 1000 करोड़ रुपये के काम शुरू किये जायेंगे। उन्होंने बहोड़ापुर में नवीन हायर सेकेण्डरी स्कूल शुरू करवाने, गरीब परिवारों के बिजली बिलों का सरचार्ज माफ करने और आवासीय एन्क्लेव का नाम पूर्व महापौर स्व. अरुणा सेन्या के नाम पर करने की बात कही।

 

कलावती के छोटे बेटे को मिलेगी नौकरी

 

दीन-दुखियों के प्रति सह्रदय एवं संजीदा मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से कार्यक्रम में ग्वालियर जिले के दूरस्थ गाँव गाँधीपुर से आयी महिला श्रीमती कलावती जाटव भी मिली। दूर खड़ी इस महिला की आँखों के आँसुओं पर मुख्यमंत्री की नजर गयी। उन्होंने उसे अपने पास बुलाकर ढाँढस बँधाया और उसकी बात सुनी। कलावती का कहना था कि मेरा बेटा यशवंत जाटव भितरवार विकासखण्ड में ग्राम रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ था, जिसकी एक दुर्घटना में मृत्यु हो गयी थी। मेरा परिवार अत्यंत गरीब है। उसने छोटे बेटे को नौकरी दिलवाने की गुहार लगायी। चूँकि ग्राम रोजगार सहायक स्थायी पद न होने से अनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने घोषणा की कि स्थानीय निकाय में कलावती के छोटे बेटे को नौकरी दिलवायी जायेगी। मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी उन्होंने की। कलावती को एक लाख की अनुग्रह राशि पहले भी मुहैया करवायी गयी है।

 

केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि शहरी क्षेत्रों की तरह ग्रामीण क्षेत्रों के लिये भी अगले वित्त वर्ष से आवास योजना शुरू की जायेगी। उन्होंने कहा कि शहर के सुनियोजित विकास के लिये केन्द्र सरकार से हरसंभव मदद दिलवायी जायेगी।

 

महापौर श्री विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि आईएचएसडीपी योजना में 3328 आवास बनाये जा रहे हैं। विधायक श्री जयभान सिंह पवैया ने भी संबोधित किया। इस दौरान महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह, विधायक श्री नारायण सिंह कुशवाह, श्री भारत सिंह कुशवाह, सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री बालेन्दु शुक्ला और ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अभय चौधरी उपस्थित थे।

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