मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोई भी समय या स्थान हो जहाँ स्त्री का मान-सम्मान होता है, वही सुख और समृद्धि आती है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में न केवल स्त्री को पूजनीय माना गया है बल्कि यहाँ पेड़-पौधों, पर्वतों, नदियाँ और पशु-पक्षियों के कल्याण की भी बात कही गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ श्री रमेश तिवारी द्वारा लिखित पुस्तक ”पौराणिक महिलाएँ” का विमोचन कर रहे थे। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माँ, बहन और बेटियों का सम्मान सबसे बड़ी पूजा है। भारतीय संस्कृति में माना गया है कि जहाँ स्त्री की पूजा होती है वहीं ईश्वर का वास होता है। उन्होंने कहा कि स्त्रियों में प्रतिभा, क्षमता और विद्वता है, जरूरत है उन्हें समान अवसर उपलब्ध करवाने की। उन्होंने कहा कि पुरूष प्रधान मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है। इसके लिये राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पुराणों में समय-परिस्थिति और लेखक के दृष्टिकोण के अनुसार कथाएँ लिखी गई होगी।
इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार श्री महेश श्रीवास्तव, श्री कैलाश पंत, श्रीमती लता अग्रवाल ने लेखक को बधाई दी। इस दौरान दैनिक भास्कर समूह के चेयरमेन एवं समाजसेवी श्री रमेश अग्रवाल आदि गणमान्य नागरिक मौजूद थे।